बीएलओ ड्यूटी पर भड़के शिक्षक, ज्ञापन सौंपा
एटा: हाईकोर्ट के निर्देश के बावजूद भी शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य कराने पर वे लामबंद हो गए। उन्होंने इसके विरोध में एक ज्ञापन भी दिया है।...
जागरण संवाददाता, एटा: हाईकोर्ट के निर्देश के बावजूद भी शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य कराने के विरुद्ध शिक्षक लामबंद होने लगे हैं। फिर से बीएलओ ड्यूटी लगाए जाने की जानकारी के बाद शिक्षक भड़क उठे। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने इस संबंध में जिलाधिकारी व विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर बीएलओ कार्य से मुक्त रखने की मांग की।
शिक्षकों को जैसे ही गुरुवार को बीएलओ बनाए जाने की सूचना मिली, उनमें आक्रोश व्याप्त हो गया। ग्रीष्मावकाश होने के कारण अधिकांश शिक्षक पूर्व नियोजित कार्यो में संलग्न थे। अचानक सूचना प्राप्त होने पर शिक्षक बीएलओ कार्य से मुक्ति हेतु राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तत्वावधान में लामबंद हो गए। शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया। पदाधिकारियों ने बताया कि ऐसे शिक्षकों की भी ड्यूटी लगा दी गयी है जो सेवानिवृत हैं, चिकित्सकीय अवकाश पर चल रहे हैं। प्रसूता एवं बाल्य देखभाल अवकाश पर चल रहीं महिला शिक्षकों एवं छोटे बच्चों वाली महिलाओं को भी बीएलओ कार्य में लगा दिया गया है। जबकि शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के मानकों के अनुसार परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापकों की कमी है। यह कार्य वर्ष भर चलता है, जिससे पठन-पाठन का कार्य बुरी तरह से प्रभावित होता है।
ज्ञापन देने वाले शिक्षकों में अध्यक्ष राजकुमार पाराशर, कृष्णवीर यादव, अमित कुमार, भानुप्रताप ¨सह, कुलदीप ¨सह, जितेंद्र ¨सह आर्य, संजय ¨सह, सोमेंद्र प्रताप ¨सह, विवेक कुमार कुलश्रेष्ठ, मनोज कुमार, पिंकी ¨सह, राजेश्वरी, रागिनी राठौर, इन्जिला महवश, प्रदीप राजपूत, सोनिया शर्मा, गीता शर्मा सहित तमाम शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थे।