फर्जी प्रमाण पत्र से दाखिले का खेल खत्म
रुहेलखंड विश्वविद्यालय के बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) में फर्जी स्पोर्ट्स प्रमाण पत्रों के जरिये प्रवेश पाने का खेल उजागर होने के बाद बरेली कॉलेज अलर्ट हो गया है।...
जागरण संवाददाता, बरेली : रुहेलखंड विश्वविद्यालय के बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (बीपीएड) में फर्जी स्पोर्ट्स प्रमाण पत्रों के जरिये प्रवेश पाने का खेल उजागर होने के बाद बरेली कॉलेज अलर्ट हो गया है। कॉलेज के स्नातक और परास्नातक कोर्स में दाखिले के लिए जिन अभ्यर्थियों ने नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) स्काउट और स्पोर्ट्स प्रमाण पत्र लगाए हैं। प्रवेश में वेटेज (भारांक) देने से पहले ये इन सारे प्रमाण पत्रों की सत्यता जांचने को संबंधित विभागों को ऑनलाइन भेजे जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक अब तक एक-दो प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए गए हैं।
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कॉलेज में पिछले सालों तक फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर आवेदन कर दिया जाता था। जांच में कुछ पकड़े जाते थे। कुछ को प्रवेश मिल जाता था, क्योंकि ऑफलाइन ही इनकी जांच होनी थी। लगातार फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कॉलेज ने इस बार ऑनलाइन जांच की व्यवस्था की है। कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट किया कि अगर किसी अभ्यर्थी ने फर्जी प्रमाण पत्र के साथ प्रवेश पाने का प्रयास किया और जांच में सर्टिफिकेट जाली मिले तो उनके विरुद्ध एफआइआर कराई जाएगी।
अधूरे प्रमाण पत्र खारिज
बरेली कॉलेज में सैकड़ों अभ्यर्थियों ने एनएसएस और स्काउट के अधूरे और कम काम के प्रमाण पत्र लगाए हैं। कॉलेज ने उन्हें वेटेज सूची से हटा दिया है। इस पर कई कॉलेजों के प्राचार्यो के हवाले से कॉलेज में अंडर टेकिंग दी गई है कि इन विद्यार्थियों के प्रमाण पत्र अभी विवि में तैयार हो रहे हैं। लिहाजा इन्हें वेटेज में शामिल कर लिया जाए। मगर बरेली कॉलेज ने इससे स्पष्ट इन्कार कर दिया है।
इन प्रमाण पत्रों का मिलता वेटेज
-स्काउट तृतीय सोपान : पांच नंबर
-एनसीसी बी सर्टिफिकेट पांच नंबर
और सी सर्टिफिकेट के : दस नंबर
-नेशनल स्पोर्ट्स प्रमाण पत्र : दस नंबर
-राज्यपाल पुरस्कार प्रमाण पत्र के : दस नंबर
-टीचर्स वार्ड : दस नंबर
-एनएसएस एक कैंप : 240 घंटे : पांच नंबर
-एनएसएस दो कैंप, 240 घंटे : दस नंबर वर्जन :
वेटेज के सारे प्रमाण पत्रों की ऑनलाइन जांच कराई जा रही है। कुछ ने अधूरे प्रमाण पत्र लगाए, उन्हें निरस्त कर दिया गया है। जाली प्रमाण पत्र लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- आरिफ नदीम, प्रवेश समन्वयक, बरेली कॉलेज