उन्नाव : शिक्षक भर्ती घोटाला, उन्नाव में भी 10 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र निकले फर्जी, बंद लिफाफे में बीएसए ऑफिस को भेजी रिपोर्ट
शिक्षक भर्ती :10 अभ्यर्थियों की बीएलएड डिग्री फर्जी निकली
अमर उजाला ब्यूरो, उन्नाव
जिले में हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में गैर जिले के दस अभ्यर्थियों की बीएलएड डिग्री सत्यापन में फर्जी पाई गई है। बीएसए के मुताबिक फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ जल्द ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शिक्षकों की भर्ती वर्ष 2014 में हुई थी। उस दौरान कुछ प्रशासनिक दिक्कतों से ज्वाइनिंग नहीं कराई गई थी। अब इन शिक्षकों को ज्वाइनिंग देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। ज्वाइनिंग से पहले शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन में फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी से बीएलएड करने वाले पूरे प्रदेश में 12460 अभ्यर्थियों द्वारा दाखिल बीएलएड की डिग्री का सत्यापन कराया गया। जिले में 126 शिक्षकों की भर्ती हुई थी, इनमें पिछले दिनों बलिया के मठसैन निवासी नरेंद्रपाल यदुवंशी, इसी जिले के जिगनी गांव निवासी रमेशचंद्र व गाजियाबाद के शिवपार्क खौड़ा निवासी कन्हैया की बीएलएड डिग्री फर्जी होने की पुष्टि बीएसए कर चुके हैं।
बुधवार को सचिव कार्यालय इलाहाबाद से सत्यापन में सात अन्य अभ्यर्थियों अक्षयलाल यादव, अवधेश कुमार यादव, चंदन कुमार यादव, नीतू गुप्ता, सुशीला यादव, धर्मेंद्र कुमार भारती निवासीगण बलिया, रवि कुमार निवासी गाजियाबाद की भी बीएलएड डिग्री पर फर्जी होने की मुहर लगा दी गई। बंद लिफाफा बीएसए कार्यालय को भेजा गया है। अभ्यर्थियों ने जिन महाविद्यालयों से मिली बीएलएड डिग्री लगाई, उन्हीं महाविद्यालयों से सत्यापन में डिग्री को फर्जी करार दिया गया है। बीएसए बीके शर्मा ने बताया कि फर्जी बीएलएड डिग्री लगाने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ सचिव के निर्देश आते ही एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।