सीतापुर : जिले में अंग्रेजी के शिक्षक कितने, विभाग को पता नहीं, खुलने थे 105 इंग्लिश मीडियम स्कूल, मिलने थे 525 शिक्षक
पाठ्यक्रम नहीं भेजा, कैसे हो पढ़ाई
अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए परिषद से पाठ्यक्रम अंग्रेजी माध्यम का आना था। इसके लिए चयनित विद्यालयों में पंजीकृत छात्र व छात्रओं की संख्या भी मंगाई गई थी। जिले से लगभग 15000 छात्र संख्या परिषद को भेजी गई थी, लेकिन पाठ्यक्रम अभी तक नहीं आया है। जिन विद्यालय में कुछ शिक्षक तैनात भी हो चुके हैं वहां भी हंिदूी माध्यम से ही बच्चों को तालीम दी जा रही है।
संवादसूत्र, सीतापुर : हंिदूी के साथ ही अंग्रेजी में भी गंवई बच्चे निपुण हों, इसके लिए परिषदीय विद्यालयों में से चिह्नित स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम का बनाया जाना था। परिषदीय विद्यालयों में अंग्रेजी भाषा में दक्ष शिक्षकों को चयनित कर अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में समायोजित करना था। जून में पूरी प्रक्रिया अपनाकर एक जुलाई से गांवों के इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिक्षण कार्य शुरू होना था। जुलाई गुजरने को है मगर, विभाग को यह ही नहीं पता है कि कितने शिक्षक अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में तैनात हो चुके हैं।1सचिव बेसिक शिक्षा ने प्रत्येक जिले में अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों का लक्ष्य निर्धारित किया था। जिले में 105 ऐसे विद्यालय एक जुलाई से संचालित किए जाने थे। प्रत्येक विद्यालय में पांच शिक्षकों के हिसाब से जिले में 525 अंग्रेजी के शिक्षक चयनित किए जाने थे। मई में अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षकों के चयन के लिए आवेदन लेकर कमेटी ने इंटरव्यू लिया था। जिसमें 360 शिक्षकों को चयनित किया गया था। दूरस्थ विद्यालयों में चयन के कारण तमाम शिक्षकों ने अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में जाने से इनकार कर दिया। गैर जनपद के लिए हुए स्थानांतरण में चयनित तमाम शिक्षिकाएं दूसरे जिले के लिए रिलीव हो गईं। 1चयनित 360 शिक्षक व शिक्षिकाओं में से कितने शिक्षकों ने अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया है इसकी भी जानकारी विभाग के पास मौजूद नहीं है। विभाग जल्द ही खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक बुलाकर उनके क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या का पता लगाएगा। जिसके बाद रिक्त पदों के लिए पुन: शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।संवादसूत्र, सीतापुर : हंिदूी के साथ ही अंग्रेजी में भी गंवई बच्चे निपुण हों, इसके लिए परिषदीय विद्यालयों में से चिह्नित स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम का बनाया जाना था। परिषदीय विद्यालयों में अंग्रेजी भाषा में दक्ष शिक्षकों को चयनित कर अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में समायोजित करना था। जून में पूरी प्रक्रिया अपनाकर एक जुलाई से गांवों के इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिक्षण कार्य शुरू होना था। जुलाई गुजरने को है मगर, विभाग को यह ही नहीं पता है कि कितने शिक्षक अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में तैनात हो चुके हैं।1सचिव बेसिक शिक्षा ने प्रत्येक जिले में अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों का लक्ष्य निर्धारित किया था। जिले में 105 ऐसे विद्यालय एक जुलाई से संचालित किए जाने थे। प्रत्येक विद्यालय में पांच शिक्षकों के हिसाब से जिले में 525 अंग्रेजी के शिक्षक चयनित किए जाने थे। मई में अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षकों के चयन के लिए आवेदन लेकर कमेटी ने इंटरव्यू लिया था। जिसमें 360 शिक्षकों को चयनित किया गया था। दूरस्थ विद्यालयों में चयन के कारण तमाम शिक्षकों ने अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में जाने से इनकार कर दिया। गैर जनपद के लिए हुए स्थानांतरण में चयनित तमाम शिक्षिकाएं दूसरे जिले के लिए रिलीव हो गईं। 1चयनित 360 शिक्षक व शिक्षिकाओं में से कितने शिक्षकों ने अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया है इसकी भी जानकारी विभाग के पास मौजूद नहीं है। विभाग जल्द ही खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक बुलाकर उनके क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या का पता लगाएगा। जिसके बाद रिक्त पदों के लिए पुन: शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।अंतर्जनपदीय स्थानांतरण में अंग्रेजी माध्यम में चयनित शिक्षिकाएं गैर जिले के लिए रिलीव हो गई हैं। बीईओ से ब्लॉकवार आख्या मंगाई गई है, जल्द ही स्थिति सामने सामने आ जाएगी। जल्द अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षण कार्य शुरू होगा। 1अजय कुमार, बीएसए