इलाहाबाद : हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 में अब बोलकर नकल कराने पर लगेगा पूर्ण विराम, सीसीटीवी के साथ वायस रिकॉर्डर भी लगवाना होगा अनिवार्य
इलाहाबाद : बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 में बोलकर नकल कराने पर पूर्ण विराम लगाने की तैयारी है। बोर्ड प्रशासन ने शासन को भेजे परीक्षा केंद्र निर्धारण के प्रस्ताव में हर केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे के साथ वायस रिकॉर्डर लगवाने को भी अनिवार्य करने जा रही हैं। कालेजों को परीक्षा केंद्र बनवाने के इच्छुक संचालकों को यह शर्त पूरी करनी होगी।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 में मुख्यालय पर कंप्यूटर के जरिये परीक्षा केंद्र निर्धारण, सीसीटीवी कैमरा, एसटीएफ सहित कई अहम बदलाव हुए थे। परीक्षा में खासी सख्ती होने का यह असर हुआ कि करीब 12 लाख अभ्यर्थियों ने इम्तिहान से किनारा कर लिया था। उस समय प्रदेश भर के विभिन्न जिलों से मुख्यालय को यह सूचनाएं मिल रही थी कि सीसीटीवी कैमरों के कारण किताब या फिर कागज के नोट्स से नकल नहीं हो पा रही है लेकिन, तमाम कालेजों में परीक्षार्थियों को बोलकर नकल कराई जा रही है। इससे नकल पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग सका था। मुख्यालय ने उस समय भले ही चुप्पी साध ली लेकिन, अब उसका सही से संज्ञान लिया गया है। बोर्ड प्रशासन ने पिछले दिनों आगामी परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण का प्रस्ताव शासन को अनुमोदन के लिए भेजा है, इसमें सीसीटीवी कैमरे के साथ ही वायस रिकॉर्डर लगाने की नई शर्त जोड़ी गई है। शासन का अनुमोदन मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा।
यह भी उल्लेखनीय है कि 2018 की परीक्षा में ही बोलकर नकल कराने की शिकायतें मिलने पर इलाहाबाद मंडल के कई केंद्रों पर वायस रिकॉर्डर लगवाया गया था, उस समय इसका प्रयोग सीमित क्षेत्र में ही हुआ। अब शासन की मुहर के बाद यह पूरे प्रदेश में लागू हो जाएगा। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि परीक्षा को लेकर तैयारियां तेज हैं। कालेजों में पढ़ाई कराने के इंतजाम समय रहते पूरे कराए जा चुके हैं, अब परीक्षा के लिए इस तरह के प्रयास हो रहे हैं कि वह पूरी तरह से नकल विहीन हो। इसी के तहत वायस रिकॉर्डर की नई शर्त परीक्षा केंद्र निर्धारण में जोड़ दी है।