बिना मान्यता वाले कॉलेजों के नाम से जेनरेट कर दी 294 मार्क्सशीट
आगरा: आंबेडकर विवि के चर्चित बीएड 2005 फर्जीवाडे़ में एसआइटी की जांच में बड़ा मामला सामने आया है। दो ऐसे कॉलेजों से 294 छात्रों की मार्क्सशीट जारी कर दी गई, जिनकों मान्यता ही नहीं थी।...
जागरण संवाददाता, आगरा: आंबेडकर विवि के चर्चित बीएड 2005 फर्जीवाडे़ में एसआइटी की जांच में बड़ा मामला सामने आया है। फर्जीवाडे़ में शामिल कर्मचारियों ने बिना मान्यता वाले दो कॉलेजों के नाम से ही 294 छात्रों की मार्क्सशीट जारी कर दी। कॉलेजों की ओर से भेजे गए रिकॉर्ड में इसकी पुष्टि हुई।
बीएड 2005 फर्जीवाडे़ की जांच हाईकोर्ट के निर्देश पर विशेष जांच दल (एसआइटी) द्वारा की गई थी। इसमें 2005 में विवि बीएड करने वाले छात्रों के सत्यापन के लिए सभी 84 कॉलेजों की जांच की गई। एसआइटी के सूत्रों ने बताया कि जांच में केहरीमल गौतम स्मारक महाविद्यालय नगला सरुआ अलीगढ़ और जयमूर्ति कॉलेज नगलाबल सिरसागंज फीरोजाबाद से दस्तावेज मांगे गए। विवि के चार्टो में इन दोनों कॉलेजों से 147-147 छात्रों की बीएड की मार्क्सशीट जनरेट कर दी गई थीं। जब कॉलेज प्रबंधकों से पूछताछ की गई तो पता चला कि उस साल दोनों कॉलेजों पर बीएड की मान्यता ही नहीं थी। न ही विवि से उन्हें संबद्धता मिली थी। ऐसे में उनके यहां किसी ने छात्र ने प्रवेश लिया ही नहीं। मगर, विवि में फर्जीवाड़ा करने वालों ने बिना मान्यता वाले कॉलेजों के नाम पर ही 294 छात्रों की फर्जी मार्क्सशीट जारी कर दी। एसआइटी ने इस मामले का अपनी जांच में भी उल्लेख किया है।
जेल में बंद कर्मचारियों के दस्तावेजों की जांच
बीएड फर्जीवाडे़ में जेल में बंद चार कर्मचारियों के दस्तावेजों की जांच भी एसआइटी कर रही है। बुधवार को एसआइटी ने इन कर्मचारियों के हस्ताक्षर का मिलान किया। इसके अलावा इनकी हैंड राइटिंग की फॉरेंसिक जांच कराई गई है।