शिक्षिका ने 35 बच्चों को कक्षा में बंद किया, दो छात्राएं बेहोश
मुस्तफाबाद कालोनी स्थित प्राथमिक विद्यालय ने शिक्षिका ने बच्चों को कमरे में बंद कर दिया। इस दौरान दो छात्राएं गर्मी से बेहोश हो गईं। अन्य बच्चों ने खिड़की से चिल्लाकर छात्राओं की तबीयत बिगड़ने की सूचना दी। आनन-फानन में उन्हें पास के अस्पातल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। परिजनों ने स्कूल पर जमकर हंगामा काटा। उधर, एसडीएम ने मामले में संज्ञान लेते हुए शिक्षिका के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। परिजनों ने पुलिस से मामले की शिकायत दी है।...
संवाद सहयोगी, लोनी (गाजियाबाद): मुस्तफाबाद कालोनी स्थित प्राथमिक विद्यालय-2 में शिक्षिका ने कक्षा में शोर मचाने पर 35 छात्र-छात्राओं को कमरे में बंद कर दिया। दो छात्राएं गर्मी से बेहोश हो गई। सूचना पाकर लोगों ने दरवाजा खोलकर छात्राओं को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दोनों छात्राओं को छुट्टी दे दी गई। घटना से आक्रोशित परिजनों ने स्कूल पर जमकर हंगामा काटा। उधर, एसडीएम ने मामले में संज्ञान लेते हुए शिक्षिका के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। परिजनों ने पुलिस से मामले की शिकायत दी है।
इकराम नगर कालोनी निवासी शकील खान पत्नी इस्मत जहां बेटे अयान (12) और बेटी ईशा के साथ रहते हैं। वहीं, टोली मोहल्ला निवासी परवेज परिवार के साथ रहते हैं। शकील और परवेज के बच्चे मुस्तफाबाद कालोनी स्थित बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालय-2 में पढ़ते हैं। शनिवार सुबह सभी बच्चे स्कूल गए थे। शकील की बेटी ईशा (10) और परवेज की बेटी फरहत (9) स्कूल की कक्षा पांच में पढ़ती है। ईशा और फरहत के परिजनों का आरोप है कि दोपहर करीब साढ़े बारह बजे उन्हें सूचना मिली कि उनकी बच्चियों की तबीयत बिगड़ गई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजन वहां तत्काल पहुंचे। अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को छुट्टी दे दी गई। उन्होंने बताया कि कक्षा में सभी बच्चे शोर मचा रहे थे। इस दौरान शिक्षिका रानी बाहर से आई और छात्र-छात्राओं को जमकर डांट लगाई। इतना ही नहीं पंखे और लाइट बंद कर बच्चों को कमरे में बंद कर दिया। भीषण गर्मी के चलते चलते ईशा और फरहत बेहोश हो गईं। कक्षा के बच्चों ने शोर मचाया तो बाहर निकाला
आरोप है कि बच्चियों के बेहोश होने के बाद अन्य बच्चे शोर मचाकर शिक्षिका रानी को बुलाने लगे। इस दौरान शिक्षिका ने उनकी बात ही नहीं सुनी। करीब दो घंटे बाद शिक्षिका ने दरवाजा खोला तो बच्चियां बेहोश थीं। तुरंत स्कूल प्रबंधन ने उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया। जहां दोपहर बाद इलाज कर उन्हें छुट्टी दे दी गई। परिजन स्कूल पहुंचे तो ताला बंद मिला। इस पर उन्होंने जमकर हंगामा काटा और नारेबाजी की। इसके बाद कस्बा चौकी पहुंचकर मामले की शिकायत दी। उधर, एबीएसए करुणा शर्मा ने बताया कि छात्रा की हालत खतरे से बाहर है। मामले की जांच की जा रही है। सोमवार को स्कूल खुलने के बाद अन्य स्टाफ से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी। एसडीएम तक पहुंची शिकायत, बिठाई जांच
एसडीएम सतेन्द्र कुमार ¨सह ने बताया शिक्षिका रानी द्वारा बच्चों को कमरे में बंद करने की शिकायत मिली है। दो छात्राएं बेहोश हो गई थीं। उनकी हालत खतरे से बाहर है। मामले में एबीएसए को जांच सौंप दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी।