फर्जी अध्यापक बना पूर्व विधायक प्रपौत्र बर्खास्त
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व विधायक के प्रपौत्र फर्जी रूप से शासनादे...
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व विधायक के प्रपौत्र फर्जी रूप से शासनादेश के इतर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का प्रमाण पत्र लगाकर आरक्षण का लाभ लेकर शिक्षक बन गया। बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने फर्जी शिक्षक रवि राय को बुधवार को बर्खास्त कर दिया।
इस खबर को दैनिक जागरण ने 6 सितंबर 2017 के अंक में पहले पन्ने पर प्राथमिकता से प्रकाशित की थी। इसकी शिकायत तत्कालीन मंडलायुक्त व जिलाधिकारी से की गई थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि 2016 में 15000 व 16448 शिक्षकों की नियुक्ति में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन मंडलायुक्त ने पूरे नियुक्ति प्रक्रिया की जांच कराने की जिम्मेदारी जिला अर्थ एवं सांख्यकीय अधिकारी डा. अर्चना ¨सह को सौंपी थी। बिलरियागंज विकास खंड के पचखोरा गांव निवासी रवि राय ने कूटरचित ढंग से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का प्रमाण पत्र लगाकर शिक्षक बन गए थे। जांच में मामला उजागर हुआ कि रवि राय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व विधायक मुक्ति नाथ का प्रपौत्र हैं। शासनादेश के अनुसार यह लाभ केवल रवि राय के पिता को ही मिल सकता है। रवि राय ने 20 मार्च 1996 को यह प्रमाण पत्र एडीएम वित्त एवं राजस्व कार्यालय से प्राप्त किया था। इस दौरान हस्ताक्षर एडीएम वित्त एवं राजस्व ओपीएन ¨सह का है जबकि ओपीएन ¨सह की तैनाती वर्ष 1988 से 1992 तक थी। यह पूरी रिपोर्ट तत्कालीन एडीएम प्रशासन लवकुश त्रिपाठी ने दी थी। यही नहीं रवि राय ने शपथ पत्र भी दिया है कि उसकी नियुक्ति फर्जी मिलने पर अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाए। इसी आधार पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी और बेसिक शिक्षा अधिकारी ने रवि राय को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया।