शिक्षक हैं न कर्मचारी, स्कूल जो ठहरा सरकारी
रेहराबाजार (बलरामपुर) : क्षेत्र के रुधौलीबुजुर्ग गांव में संचालित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय...
रेहराबाजार (बलरामपुर) : क्षेत्र के रुधौलीबुजुर्ग गांव में संचालित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय शिक्षकों व कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। वर्ष 2010 से चल रहे इस विद्यालय में एकमात्र प्रधानाचार्य सीबी ¨सह की तैनाती है। जो संसाधनों के अभाव से जूझते हुए कक्षा नौ व हाईस्कूल के छात्रों को पढ़ाने का बीड़ा उठाए हुए हैं। विद्यालय में पेयजल, बिजली समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। जिम्मेदार विद्यालय की बदहाली को दूर करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। जिससे यहां बच्चों का नामांकन बढ़ने का नाम नहीं ले रहा है।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रुधौलीबुजुर्ग में कुल 12 छात्र पंजीकृत हैं। जिसमें कक्षा नौ में पांच व हाईस्कूल में सात छात्र शामिल हैं। इन छात्रों को सभी विषय पढ़ाने की जिम्मेदारी अकेले प्रधानाचार्य पर है। कर्मचारियों की कमी होने से विद्यालय की सफाई व अन्य कार्य प्रभावित हैं। सफाई के अभाव में विद्यालय परिसर के आसपास झाड़ियां उग आईं हैं। छत व दीवारों में दरारें आ गई हैं। जिससे बरसात में पानी टपकता रहता है। विद्यालय में वाय¨रग तो है लेकिन, ट्यूबलाइट, पंखा व अन्य उपकरण न होने से इसका लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। हैंडपंप व पानी टंकी न होने से बच्चों को पेयजल की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। अफसर विद्यालय की दशा सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। जिससे अभिभावक इस विद्यालय में बच्चों को भेजना मुनासिब नहीं समझते। प्रधानाचार्य सीबी ¨सह का कहना है कि संसाधनों व शिक्षकों के अभाव के बारे में उच्चाधिकारियों को बराबर पत्र लिखा जा रहा है।