बाराबंकी : मांगों को लेकर माध्यमिक शिक्षकों का प्रदर्शन
संवादसूत्र, बाराबंकी : 15 सूत्री मांगों को लेकर माध्यमिक शिक्षकों ने डीआइओएस कार्यालय में शनिवार को विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन डीआइओएस को सौंपा।1उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में हुए विरोध प्रदर्शन में संगठन की जिलाध्यक्ष नीता अवस्थी ने कहा कि शिक्षकों के लंबित अवशेष देयक डीए, परिषदीय परीक्षा, चयन, प्रोन्नति वेतनमान अवशेष आदि का भुगतान कराया जाए। स्नातक तथा प्रवक्ता संवर्ग की वरिष्ठता सूची विद्यालयवार प्रकाशित की जाए। चयन प्रोन्नति वेतनमानों के प्रकरण अविलंब निस्तारित किए जाएं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में रिक्त प्रधानाचार्यों के पदों पर विद्यालय वरिष्ठ शिक्षक को ही प्रभारी प्रधानाचार्य का दायित्व सौंपकर उसके हस्ताक्षर प्रमाणित किए जाएं। जीपीएफ कटौती 2017-18 की लेखापर्ची प्रदान की जाए। 2005 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों के वेतन से प्रतिमाह की जा रही जीपीएफ कटौती तथा शासकीय जमा धनराशि का कोई भी लेखा नहीं प्राप्त है उसे प्रदान किया जाए। विद्यालयों में नियमानुसार नियुक्त प्रभारी प्रधानाचार्यों को उन्हें प्रधानाचार्य का वेतन अनुमन्य करते हुए वार्षिक अनुमन्य करते हुए वार्षिक वेतन तथा उसका अवशेष भुगतान किया जाए। शिक्षकों एवं कर्मचारियों का हनन एवं उत्पीड़न करने वाले प्रबंधकों को संरक्षण बंद किया जाए। वित्त विहीन शिक्षकों को प्रतिमाह उनका मानदेय भुगतान सुनिश्चित किया जाए। प्रदर्शन में संगठन जिलामंत्री डॉ. बीके सिंह, सुनील कुमार आदि शामिल हुए।संवादसूत्र, बाराबंकी : 15 सूत्री मांगों को लेकर माध्यमिक शिक्षकों ने डीआइओएस कार्यालय में शनिवार को विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन डीआइओएस को सौंपा।1उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में हुए विरोध प्रदर्शन में संगठन की जिलाध्यक्ष नीता अवस्थी ने कहा कि शिक्षकों के लंबित अवशेष देयक डीए, परिषदीय परीक्षा, चयन, प्रोन्नति वेतनमान अवशेष आदि का भुगतान कराया जाए। स्नातक तथा प्रवक्ता संवर्ग की वरिष्ठता सूची विद्यालयवार प्रकाशित की जाए। चयन प्रोन्नति वेतनमानों के प्रकरण अविलंब निस्तारित किए जाएं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में रिक्त प्रधानाचार्यों के पदों पर विद्यालय वरिष्ठ शिक्षक को ही प्रभारी प्रधानाचार्य का दायित्व सौंपकर उसके हस्ताक्षर प्रमाणित किए जाएं। जीपीएफ कटौती 2017-18 की लेखापर्ची प्रदान की जाए। 2005 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों के वेतन से प्रतिमाह की जा रही जीपीएफ कटौती तथा शासकीय जमा धनराशि का कोई भी लेखा नहीं प्राप्त है उसे प्रदान किया जाए। विद्यालयों में नियमानुसार नियुक्त प्रभारी प्रधानाचार्यों को उन्हें प्रधानाचार्य का वेतन अनुमन्य करते हुए वार्षिक अनुमन्य करते हुए वार्षिक वेतन तथा उसका अवशेष भुगतान किया जाए। शिक्षकों एवं कर्मचारियों का हनन एवं उत्पीड़न करने वाले प्रबंधकों को संरक्षण बंद किया जाए। वित्त विहीन शिक्षकों को प्रतिमाह उनका मानदेय भुगतान सुनिश्चित किया जाए। प्रदर्शन में संगठन जिलामंत्री डॉ. बीके सिंह, सुनील कुमार आदि शामिल हुए।