एमडीएम में निकला कीड़ा, प्रधान पर कार्रवाई की संस्तुति
सीतापुर : विद्यालय की रसोई में इस्तेमाल होने वाला मसाला ब्रांडेड नहीं था। डिब्बों की जगह पॉल...
सीतापुर : विद्यालय की रसोई में इस्तेमाल होने वाला मसाला ब्रांडेड नहीं था। डिब्बों की जगह पॉलीथीन में रखा मसाला पिसाया गया था। सरसों का तेल पीपे में रखा हुआ था। एमडीएम के जिला समन्वयक मध्याह्न भोजन में निकले कीड़े की जांच करने गए तो स्कूल की रसोई से गुणवत्ता नदारद मिली। कीड़ा निकलने की पुष्टि होने पर प्रधान के विरुद्ध कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को रिपोर्ट भेजी गई है, जबकि प्रधानाध्यापक व इंचार्ज शिक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
ऐलिया ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय सोहई में 10 जुलाई को मध्याह्न भोजन में दाल व चावल बना हुआ था, जिसमें कीड़ा निकला था। सातवीं की छात्रा विमला की इस शिकायत पर इंचार्ज प्रधानाध्यापक आशीष पांडेय ने दाल व चावल को फेकवा दिया था। एमडीएम समन्वयक ब्रज मोहन ¨सह ने गुरुवार को पूरे मामले की जांच की और सूड़ी कीड़ा निकलने की पुष्टि होने पर कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी। जांच में एमडीएम समन्वयक ने पाया कि प्रधानाध्यापक राकेश कुमार दो जुलाई से चिकित्सीय अवकाश पर हैं। इंचार्ज प्रधानाध्यापक आशीष पांडेय के पास विद्यालय का मौखिक प्रभार है। 10 जुलाई को कीड़ा निकलने की पुष्टि अनुदेशक विनीता ने करते हुए बताया कि छात्रा ने कीड़ा निकलने की शिकायत की थी। हालांकि बच्चों को मध्याह्न भोजन परोसने से पूर्व रसोइया सुशीला व अनुदेशक विनीता ने खाना चखा भी था। जांच के दौरान मध्याह्न भोजन पंजिका में अप्रैल व मई के पृष्ठों पर प्रधानाध्यापक हस्ताक्षर भी नहीं थे। समन्वयक ने मसाला रखने के लिए डिब्बे क्रय न करने व हस्ताक्षर न करने के लिए प्रधानाध्यापक दोषी पाए गए। ग्राम प्रधान धर्मपाल ¨सह को खुले मसाले व तेल प्रयोग कराने का दोषी तथा इंचार्ज प्रधानाध्यापक आशीष पांडेय को लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया। एमडीएम समन्वयक ने बताया कि स्पष्टीकरण आने के बाद प्रधानाध्यापक व सहायक पर कार्रवाई की जाएगी।