हक के लिए गरजे शिक्षक, सुनाई खरी-खरी
महराजगंज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने समस्याओं को लेकर जिला विद्यालय नि...
महराजगंज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने समस्याओं को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के समक्ष धरना दिया। शासन-प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की, खूब गरजे और खरी-खरी सुनाई। इसके बाद 10 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपकर आर-पार लड़ाई लड़ने का एलान किया।
जिलाध्यक्ष अशोक राय ने कहा कि शिक्षक लंबे समय से मांगों को लेकर लामबंद हैं और समय-समय पर धरना प्रदर्शन करते रहते हैं, लेकिन शासन-प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है जिससे शिक्षकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
जिलामंत्री विजय प्रताप ¨सह ने कहा कि शिक्षक हक के लिए एकजुट होकर संघर्ष करें। जिला कोषाध्यक्ष दिवाकर मिश्र ने कहा कि सरकार को हर हाल में हमारी मांगे माननी होगी। संचालन जिला उपाध्यक्ष डा. संजय मिश्र ने किया। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष अरूण कुमार पांडेय, सूरज कुमार शुक्ल, क्रांति कुमार यादव, महेंद्र ¨सह कुशवाहा, नागेश ¨सह, डा. सच्चिदानंद ¨सह, गणेशदत्त , डा. नागेंद्र श्रीवास्तव, प्रभात पांडेय, चंद्रभान मिश्र, अशोक कुमार ¨सह, चंद्रमौलि मिश्र, इरफान अहमद, मनोज कन्नौजिया आदि उपस्थित रहे।
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ये हैं मांगे
- उप्र. इंटरमीडिएट शिक्षा अधिनियम की धारा 7 (4) की संशोधित धारा 7 (क) एवं 7 (कक) को समाप्त किया जाए तथा प्रत्येक स्व वित्त पोषित विद्यालय को धारा 7 (4) की मान्यता से आच्छादित किया जाए एवं समान कार्य के लिए समान वेतन का अधिकार शिक्षकों को दिया जाए।
- एक अप्रैल 2005 के पश्चात शिक्षकों को पुरानी पेंशन बहाल किया जाए।
- सहायता प्राप्त माध्यमिक शिक्षकों को निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान किया जाए।
- कंप्यूटर और व्यवसायिक शिक्षकों के पदों का सृजन, नियुक्ति एवं समायोजन कर पूर्ण वेतन से आच्छादित किया जाए।
- सेवानिवृत्त शिक्षकों को पेंशन का पुनरीक्षण यथाशीघ्र कराया जाए।
- एनपीएस के अंतर्गत की जा रही कटौती का संचालन ठीक से करके समय से प्रत्येक शिक्षकों के खाते में भेजा जाए।
- प्रोन्नति वेतनमान हेतु विद्यालय से प्रस्ताव मंगाकर शिक्षकों की प्रोन्नति की जाए।
- पदोन्नति की पत्रावली को यथाशीघ्र संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय को प्रेषित किया जाए।
- जीपीएफ की लेखापर्ची निर्गत कराई जाए।
- सेवानिवृत्त शिक्षकों को पुन: प्रतिनियुक्त का कार्य यथाशीघ्र पूरा किया जाए।