अब तक नहीं पहुंची पुस्तकें, एमडीएम खाकर लौट रहे बच्चे
अंबेडकरनगर : शिक्षा सत्र शुरू हुए चार माह बीतने को हैं, लेकिन परिषदीय विद्यालयों में अभी त...
अंबेडकरनगर : शिक्षा सत्र शुरू हुए चार माह बीतने को हैं, लेकिन परिषदीय विद्यालयों में अभी तक पुस्तकें नहीं पहुंच सकी। मात्र कक्षा छह की अंग्रेजी विषय की एक मात्र पुस्तक रेनबो धीरे-धीरे विद्यालयों में पहुंचनी शुरू हुई हैं। इससे कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की पढ़ाई राम भरोसे चल रही है। बच्चे मध्याह्न भोजन (एमडीएम) खाकर घरों को वापस लौट रहे हैं। जनपद के आंकड़ों के मुताबिक परिषदीय विद्यालयों में एक लाख 66 हजार 476 तथा सहायता प्राप्त विद्यालयों 12 हजार 83 समेत एक लाख 78 हजार 559 बच्चे पंजीकृत हैं। इन बच्चों के सापेक्ष विभाग द्वारा 10 लाख पुस्तकों की मांग शासन से की गई है। इसके सापेक्ष महज एक लाख 18 हजार पुस्तकें ही जिला मुख्यालय पर पहुंच सकी हैं। ऐसे में अभी अठ लाख 21 हजार 441 पुस्तकों का अभाव बना हुआ है। जिले पर आई एक लाख 18 हजार किताबों के आवंटन में सत्यापन का पेंच फंसा हुआ है। हालांकि विभागीय स्तर से विद्यालयों में सत्यापन के लिए एनपीआरसी, शिक्षकों, लेखपालों की टीमों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। टीमों ने अभी कच्छप गति से सत्यापन का कार्य शुरू किया है। दिलासा देने के उद्देश्य से व विद्यालयों में पंजीकृत छात्रों की नब्ज टटोलने के उद्देश्य से बगैर सत्यापन पूरा हुए कक्षा छह के अंग्रेजी विषय की एक मात्र पुस्तक का वितरण शुरू किया गया है। इससे विभाग का पंजीकृत बच्चों का सही आंकड़ा लेना प्रमुख उद्देश्य है। विभाग की इस चाल से बच्चों की पढा़ई बाधित है। भीटी के खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्रनाथ द्विवेदी व कटेहरी के रामचंद्र मौर्य ने विद्यालयों में पुरानी पुस्तकों से पठन-पाठन सुचारू रूप से चलने का दावा किया है।