इलाहाबाद : राजकीय माध्यमिक कालेज शिक्षकों के तबादलों में अफसर ही नियमों को तोड़ने पर आमादा हैं। प्रदेश में विकास में अति पिछड़े यानि आठ एस्पिरेशनल जिलों के करीब 36 एलटी ग्रेड व प्रवक्ताओं का तबादला रोका गया है। सख्त निर्देश है कि जब तक प्रतिस्थानी कार्यभार ग्रहण न कर ले किसी शिक्षक का स्थानांतरण न किया जाए। इसके बाद भी शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने फतेहपुर से रायबरेली जिले के लिए शिक्षिका का ऑफलाइन तबादला कर दिया है। दो तरह के आदेश से जिला विद्यालय निरीक्षक चकरा रहे हैं और वह अफसरों से मार्गदर्शन मांग रहे हैं।
राजकीय माध्यमिक कालेजों के एलटी ग्रेड व प्रवक्ताओं के पहली बार ऑनलाइन तबादले हुए हैं। छह जून को मुख्यमंत्री ने 581 शिक्षकों का स्थानांतरण किया। 11 जून को अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक मंजू शर्मा ने फतेहपुर, बलरामपुर, श्रवस्ती, सोनभद्र, बहराइच, चंदौली, सिद्धार्थ नगर व चित्रकूट के जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिया कि उनके जिले विकास में पिछड़े घोषित हैं, ऐसे में इन जिलों से जिन शिक्षकों का तबादला अन्यत्र हुआ है, उन्हें तब तक कार्यमुक्त न किया जाए, जब तक प्रतिस्थानी कार्यभार ग्रहण न कर ले। इसके बाद भी 20 जून को शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने फतेहपुर जिले के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय देवलान की हंिदूी की सहायक अध्यापिका का ऑफलाइन तबादला रायबरेली जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कालेज हरीपुर निहस्था के लिए कर दिया है। शिक्षा निदेशक का आदेश मिलने पर फतेहपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक महेंद्र प्रताप सिंह ने तबादला आदेश व अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक के निर्देश का हवाला देते हुए शिक्षा निदेशक माध्यमिक से ही मार्गदर्शन मांगा है कि आखिर वह क्या करें। ऐसे ही कई प्रकरणों पर अफसरों की राय मांगी गई है। यही नहीं शिक्षा निदेशालय में ऑफलाइन तबादला आदेश निरंतर आ रहे हैं और संबंधित शिक्षकों की रिपोर्ट मांगी जा रही है।