संचारी रोग के रोकथाम के लिए प्रशिक्षित हुए शिक्षक
संचारी रोग नियंत्रण माह के अंतर्गत सोमवार को बीआरसी घुघली पर शिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में शिक्षकों को संबोधित करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी श्याम सुंदर पटेल ने कहा कि अपने आस पास की साफ सफाई रखने से ही इंसेफ्लाइटिस से बचाव किया जा सकता है।...
महराजगंज: संचारी रोग नियंत्रण माह के अंतर्गत सोमवार को बीआरसी घुघली पर शिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में शिक्षकों को संबोधित करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी श्याम सुंदर पटेल ने कहा कि अपने आस पास की साफ सफाई रखने से ही इंसेफ्लाइटिस से बचाव किया जा सकता है। इस अवसर पर चर्चा के दौरान डा. धनन्जय मणि त्रिपाठी ने संचारी रोगों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इंसेफ्लाइटिस एक संचारी रोग है। घर घर दस्तक देकर और लोगों को जागरूक करके ही इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है। उन्होंने पूर्वांचल में इंसेफ्लाइटिस के प्राकृतिक उपचार जैसे पनियाला, गिलोय, लेमनग्रास, और सूर्य चिकित्सा के बारे में बिस्तार से बताया। मास्टर ट्रेनर वेद प्रकाश प्रजापति ने कहा कि दस्तक कार्यक्रम सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। इससे हर घर में जाकर हम अभिभावकों को जागरूक कर सकते है। सह समन्वयक परमानंद विश्वकर्मा ने बताया कि अध्यापक का दायित्व है कि जब भी किसी बच्चे को बुखार हो तो झोलाछाप के चक्कर मे न पड़कर तत्काल नजदीकी के स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर जाएं। इस अवसर पर श्रीमती पूनम मिश्र, सत्यनारायण विश्वकर्मा, प्रशान्त पांडेय, इस्तखार अहमद, किरन गुप्ता, सतीश गुप्त, राजकुमार, सत्येंद्र शुक्ला, जागृति त्रिपाठी, अखिलेश मिश्र, अनिल कुमार , सुधीर राय, आंनद बादल, संजय यादव, वीरेंद्र यादव, शीतल मिश्र, राजेश कुमार, मिथिलेश उपाध्याय, सत्यप्रकाश उपाध्याय आदि शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में उपस्थित ट्रेनर और शिक्षकों का धन्यवाद ज्ञापन बीआरसी सह समन्वयक पारसनाथ ने किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मिठौरा द्वारा ब्लाक सभागार में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जेई व एईएस के रोकथाम एवं जागरूकता पैदा करने को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर ग्राम प्रधानों को इंसेफ्लाइटिस के लक्षण एवं बचाव के तरीके से अवगत कराया गया। इस कार्यशाला में सीएचसी के प्रभारी अधीक्षक डा. श्याम बाबू, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी उमेश शाही व प्रभारी बीडीओ मिठौरा ने प्रशिक्षण दिया।
सीएचसी मिठौरा अधीक्षक डा. श्याम बाबू ने कहा इंसेफ्लाइटिस एक जानलेवा बीमारी है, इसमें तेज बुखार के साथ ही बच्चों को झटके भी आते है। ऐसे लक्षण दिखते ही तुरंत बच्चों को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर पर ले जाएं। इस अवसर पर सहायक विकास अधिकारी विजय कुमार श्रीवास्तव, धर्मेंद्र कुमार, अवनीश पटेल, सुदर्शन प्रसाद, चन्द्रभान विश्वकर्मा, सुनील गुप्ता, मुन्ना निगम, अर्जुन गुप्ता, कलिमुन निशा, प्रेमसागर गुप्ता, गो¨वद पांडेय, निर्मला देवी, ऋषिमुनि गुप्ता, नागेंद्र राव, भुटेली, दुर्गावती देवी, सुबास चंद यादव, राजकमल कन्नौजिया, राजेंद्र दीक्षित, सुनीता देवी, लायची देवी, विजय लक्ष्मी मिश्रा, भिखारी प्रसाद आदि लोग मौजूद रहे।