कौशाम्बी : फर्जी शिक्षक भर्ती का मास्टर माइंड बर्खास्त, शिक्षक बनाने को कई लोगों से लिए पांच-पांच लाख रुपये
कौशाम्बी । फर्जी डिग्री से खुद और कइयों को शिक्षक बनाने वाले माध्यमिक स्कूल के शिक्षक बजरंगी लाल को बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्तगी की कार्रवाई करीब आठ महीने पहले की गई लेकिन उच्चाधिकारी इस मामले को दबाए बैठे रहे। एफआइआर दर्ज कराने का आदेश देकर शांत हो गए। इलाहाबाद निवासी इस बर्खास्त शिक्षक को फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड माना जा रहा है। विभागीय अधिकारी उसके साथियों और उनके जरिए भर्ती हुए शिक्षकों की जांच कर रहे हैं।
इलाहाबाद में बटहा मऊअइमा निवासी बजरंगीलाल की बर्खास्तगी की पुष्टि बुधवार को जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) सत्येंद्र कुमार ने की। बजरंगी लाल गुप्ता के बारे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इलाहाबाद, कौशांबी और प्रतापगढ़ में उसने कई शिक्षकों की नियुक्ति जालसाजी कर कराई है। वर्ष 2012-13 में वह खुद फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर शिक्षक बना था। कौशांबी के पल्हाना गांव स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में उसे तैनाती मिली थी। बजरंगी के बारे में संत रविदास नगर (भदोही) के ज्ञानपुर निवासी अधिवक्ता नन्हेलाल ने शिकायत की थी। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मई 2017 से जांच शुरू हुई तो बजरंगी के प्रमाण पत्र संदिग्ध मिले। पहले उसे निलंबित किया गया, फिर नवंबर में गुपचुप ढंग से उसकी बर्खास्तगी कर दी गई।
अफसरों ने बजरंगी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश स्कूल के प्रधानाचार्य को भी दिया था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है। जिला विद्यालय निरीक्षक सत्येंद्र कुमार के मुताबिक बजरंगी लाल ने जिन लोगों को फर्जी दस्तावेज पर नौकरी दिलाई है, उनकी जांच की जा रही है।
कई लोगों से लिए पांच-पांच लाख रुपये
पश्चिमशरीरा थाना अंतर्गत सरपतही निवासी रमेश अपनी पत्नी को शिक्षक बनवाने के लिए बजरंगी को पांच लाख रुपये दिए थे। उसने बजरंगी को रानीगंज में एक ढाबा पर पैसा दिया था। बजरंगी ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर रमेश की पत्नी को शिक्षक बनवा दिया। प्रतापगढ़ के कुंडा तहसील के भीटा गांव में तैनाती भी दिला दी। जांच में फर्जीवाड़ा मिला तो कार्रवाई शुरू करा दी गई। रमेश ने इसके बाद बजरंगी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा रानीगंज थाने में दर्ज कराया। उसका कहना है कि बजरंगी ने कई लोगों से लाखों रुपये लेकर उन्हें फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक बनवाया है।