गुरुजी के ज्ञान में सहायक बनेगी दीक्षा
दरकती शिक्षा की गुणवत्ता से ¨चतित प्रदेश सरकार ने परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए अनूठी पहल की है। इसके तहत शासन ने एक ऐसा दीक्षा ऐप लांच किया है, जो गुरुजी के ज्ञान को बढ़ाने में मददगार होगा।...
संतोष शर्मा, महराजगंज:
दरकती शिक्षा की गुणवत्ता से ¨चतित प्रदेश सरकार ने परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए अनूठी पहल की है। इसके तहत शासन ने एक ऐसा दीक्षा ऐप लांच किया है, जो गुरुजी के ज्ञान को बढ़ाने में मददगार होगा। प्रत्येक गुरुजी इस एप के जरिये स्कूलों में पढ़ाने वाले पाठ्यक्रम को मोबाइल पर देख सकेंगे और पढ़कर अपने ज्ञान के स्तर को और मजबूत बनाएंगे। इसी के साथ इसका लाभ बच्चों तक पहुंचा उन्हें ज्ञान की कसौटी पर कसेंगे।
योगी सरकार ने प्रदेश में सत्ता संभालने के बाद परिषदीय शिक्षा व्यवस्था के सुधार के लिए व्यापक निर्णय लिया। निर्णय के उपरांत जहां बच्चों को समय से यूनिफार्म, मानक के मुताबिक फल व भोजन, जूता-मोजा आदि सामग्री मुहैया करा दी गई वहीं शिक्षकों के स्कूल में ठहराव व उनके ज्ञान के स्तर को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से कदम उठाए गए। हर क्षेत्र में तकनीकी के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए सरकार ने दीक्षा नामक एप को लांच कर प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर के पाठ्यक्रम में प्रत्येक विषयों के अलग-अलग पाठ्यक्रम का क्यूआर कोड निर्धारित कर दिया है। अपने मोबाइल में दीक्षा एप इंस्टाल करने वाले शिक्षक विषयवार व पाठवार क्यूआर कोड को जान पाठ्यक्रम से आनलाइन जुड़ सकेंगे तथा बच्चों को सुविधाजनक तरीके से शिक्षा देंगे।
परिषदीय शिक्षा व्यवस्था को आकर्षक बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2018-19 में एससीईआरटी ने उच्च प्राथमिक स्कूलों के महान व्यक्तित्व की पाठ्यपुस्तकों के सभी पाठों पर आधारित कहानियों का आडियो वर्जन तैयार कराया है तथा उसे भी क्यूआर कोड के माध्यम से एप से ¨लक किया है। कोई भी शिक्षक अपने मल्टीमीडिया मोबाइल के माध्यम से उससे जुड़ उसका आडियो वर्जन भी देख सकत है। बीएसए जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कहा कि शिक्षक तकनीकी का इस्तेमाल कर पाठ्यक्रम को मोबाइल पर आनलाइन खोल कर देख सकते हैं तथा बिना किताबों के उसे सुविधाजनक तरीके से बच्चों को बता भी सकते हैं। यह एप शिक्षकों के लिए लाभप्रद है।