मिली ड्रेस पर बस्ता खाली, कैसे हो पढ़ाई
संवादसूत्र, बकेवर : बेसिक शिक्षा परिषदीय स्कूल खुले एक पखवाड़ा से अधिक समय बीत गया। बच्चों को...
संवादसूत्र, बकेवर : बेसिक शिक्षा परिषदीय स्कूल खुले एक पखवाड़ा से अधिक समय बीत गया। बच्चों को यूनिफार्म मिल रही है लेकिन बस्ता अभी भी खाली है। पढ़ाई के लिए अहम पुस्तकें नहीं मिल पायी हैं।
यद्यपि नया सत्र एक अप्रैल से ही शुरू हो गया था, लेकिन बच्चों के बस्तों को भरने में ग्रीष्मावकाश के बाद भी विभाग पिछड़ा हुआ है। एक ओर नामांकन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ पुस्तकों की उपलब्धता अभी भी लड़खड़ाई हुई है। स्कूल खुलते ही ड्रेस का इंतजाम किया जा रहा है और जिन बच्चों को अब तक बैग नहीं मिले थे या फिर नए प्रवेश पाने वाले बच्चों को बैग भी दे दिए गए। इसके बावजूद परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई पूरी किताबों के सेट बिना ही निर्धारित समय सारिणी से ही संचालित करना शिक्षकों की मजबूरी बनी हुई है। कक्षा 1, 2, 3 की किसी भी पुस्तक की आपूर्ति न होने से बच्चों को पुस्तकों का इंतजार है। जबकि कक्षा 4 की 2, 5 की 4 तथा 6 की दो पुस्तकें ही आ सकी हैं। सिर्फ कक्षा 7 व 8 की ही सभी पुस्तकें आ सकी हैं। विभाग अगस्त की शुरूआत में ही सत्र परीक्षाएं कराने के निर्देश दे चुका है। जबकि पुस्तकों का इंतजार है। ऐसे में कुछ पुस्तकों से ही अध्यापन-अध्ययन का माहौल बनाने की औपचारिकता की जा रही है।
खंड शिक्षा अधिकारी महेवा सर्वेश कुमार ने बताया कि जिन कक्षाओं में अभी पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो पायी हैं, उन कक्षाओं के बच्चों को पुरानी किताबों से पढ़ाया जा रहा है। जैसे-जैसे पुस्तकें आ रही हैं उनका वितरण भी स्कूलों में तत्परता से कराया जा रहा है।