इलाहाबाद : बीएड के खिलाफ बीटीसी प्रशिक्षुओं ने खोला मोर्चा
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्राथमिक स्कूलों में बीएड धारकों को मौका देने से बीटीसी प्रशिक्षु मोर्चा गुस्से में है। प्रशिक्षुओं का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद यानि एनसीटीई ने यह निर्णय वोट बैंक की राजनीति के तहत उठाया है। इस निर्णय को सरकार को वापस करना होगा। 1प्रशिक्षु इस निर्णय के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रदेश में बीटीसी के ही करीब पांच लाख से अधिक प्रशिक्षु बेरोजगार हैं, उनका हक मारकर बीएड को मौका दिया गया है। इस समय बीटीसी 2015 के करीब एक लाख प्रशिक्षु प्रशिक्षण पूरा करने वाले हैं, वहीं 2017 बैच के करीब दो लाख प्रशिक्षु प्रशिक्षण पा रहे हैं। इसके बाद भी सरकार 2018 के लिए प्रवेश ले रही है।1इससे सबको डिग्री तो हासिल हो जाएगी लेकिन, नौकरी नहीं मिलेगी। प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष विRम यादव की अगुवाई में एनसीटीई नई दिल्ली कार्यालय का घेराव किया गया है। अफसरों से अनुरोध किया गया है कि वह गाइडलाइन को यथावत रखें उसमें बदलाव न किया जाए।राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्राथमिक स्कूलों में बीएड धारकों को मौका देने से बीटीसी प्रशिक्षु मोर्चा गुस्से में है। प्रशिक्षुओं का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद यानि एनसीटीई ने यह निर्णय वोट बैंक की राजनीति के तहत उठाया है। इस निर्णय को सरकार को वापस करना होगा। 1प्रशिक्षु इस निर्णय के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रदेश में बीटीसी के ही करीब पांच लाख से अधिक प्रशिक्षु बेरोजगार हैं, उनका हक मारकर बीएड को मौका दिया गया है। इस समय बीटीसी 2015 के करीब एक लाख प्रशिक्षु प्रशिक्षण पूरा करने वाले हैं, वहीं 2017 बैच के करीब दो लाख प्रशिक्षु प्रशिक्षण पा रहे हैं। इसके बाद भी सरकार 2018 के लिए प्रवेश ले रही है।1इससे सबको डिग्री तो हासिल हो जाएगी लेकिन, नौकरी नहीं मिलेगी। प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष विRम यादव की अगुवाई में एनसीटीई नई दिल्ली कार्यालय का घेराव किया गया है। अफसरों से अनुरोध किया गया है कि वह गाइडलाइन को यथावत रखें उसमें बदलाव न किया जाए।