स्कूलों में जल जमाव, बढ़ी परेशानी
महराजगंज: प्रदेश सरकार परिषदीय स्कूलों को बेहतर से बेहतर बनाने का दावा करती है, लेकिन उसके दावों की...
महराजगंज: प्रदेश सरकार परिषदीय स्कूलों को बेहतर से बेहतर बनाने का दावा करती है, लेकिन उसके दावों की हकीकत जिले के नौतनवा ब्लाक क्षेत्र के सात किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम सभा महुअवा नंबर एक के टोला मध्यनगर में हवा-हवाई नजर आ रहा है। ब्लाक क्षेत्र के एक दर्जन से ऊपर स्कूल ऐसे हैं जो बारिश के दौरान तालाब बन जाते हैं। कुछ यही हाल महुअवा नंबर एक के टोला मध्यनगर में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है। यहां तालाबों को पार कर छात्र-छात्राएं व शिक्षक स्कूल पर पहुंचते हैं। विद्यालय में बारिश का पानी जमा होने से हैंडपंप व शौचालय ध्वस्त पड़े हैं और काम करना बंद दिए हैं, जिससे छात्र-छात्राओं को स्कूल के समय शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है। परिषदीय स्कूलों की दुर्दशा सुधारने के लिए विभाग के पास कोई बजट नहीं है। सड़क से स्कूल तक जाने के लिए पगडंडी मार्ग ही है। स्कूलों में बारिश का पानी न जमा होने पाए इसके समाधान के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ग्राम प्रधान व सामाजिक लोगों से सहयोग मांग रहा है। लगातार तीन दिन तक
हुई बारिश के बाद पगडंडी सड़क व स्कूलों में पानी जमा हो गया है। स्कूल गेट से लेकर पक्की सड़क तक पानी भरा हुआ है। बारिश के समय यही पानी स्कूल परिसर और पगडंडी मार्ग पर भरा रहता है। बारिश के इसी पानी के बीच से गुजरने के बाद छात्र-छात्राएं व शिक्षक कमरों तक पहुंचते हैं। बारिश के पानी के बीच घुसकर नौनिहाल बच्चे और अध्यापको को स्कूल के कमरों तक पहुंचना किसी खतरे को दावत देने के बराबर है। हालत यह है कि स्कूल परिसर में लगे हैंडपंप बरसात के पानी में आधे से अधिक डूबे हूए हैं। शौचालय भी बारिश के पानी से घिरे हुए है। पेयजल के लिए शिक्षक जैसे-तैसे व्यवस्था करते है या फिर बच्चे अपने घर से बोतल में पानी लेकर या तो स्कूल आते है या छोटे नल से आपनी प्यास बुझाते हैं।