राह निहार रहे हैं हरदीडाली स्कूल के बच्चे
महराजगंज: शासन एवं प्रशासन सर्व शिक्षा अभियान के तहत तमाम जागरूकता कार्यक्रम जोर-शोर से कराता है, लेकिन इस अभियान की जमीनी हकीकत दावों व उनकी संजीदगी के विपरीत है। नौतनवा ब्लाक क्षेत्र के कई परिषदीय स्कूलों में बच्चे तो हैं, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए पर्याप्त अध्यापक नहीं है। नौतनवा ब्लाक के ग्राम हरदीडाली के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय के हाल को देखकर यह समझा जा सकता है कि कैसे नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। प्राथमिक विद्यालय में पिछले शैक्षणिक सत्र में छह अध्यापक तैनात थे। जिसमें से सहायक अध्यापक संतोष कुमार, पियूष पटेल व अशोक कुमार का स्थानांतरण हो गया। विद्यालय पर वर्तमान में तैनात सहायक अध्यापक कुसुमलता यादव अक्टूबर माह तक मैटरनिटी लीव पर हैं। ऐसे में विद्यालय पर पंजीकृत 276 बच्चों के पठन-पाठन का जिम्मा समायोजित शिक्षक सरोजनी शर्मा पर है। वहीं इसी गांव के मॉडल विद्यालय रह चुके पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कुल 146 बच्चे पंजीकृत हैं। कक्षा छह में 66, कक्षा सात में 49 व कक्षा आठ में 31 बच्चे हैं। जिनका जिम्मा दो पैरा टीचर व एक अध्यापक पर आ गया है। बच्चों को गणित व विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषय पढ़ाने वाले विशेषज्ञ अध्यापक नहीं हैं। विद्यालय पर तैनात शिक्षक जैसे-तैसे शिक्षण का कोरम पूरा कर रहे हैं। पूर्व माध्यमिक विद्यालय हरदीडाली के प्रधानाध्यापक विनोद कुमार गौतम का कहना है कि प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की काफी कमी है। समस्या को विभाग से अवगत कराया गया है।