एटा : बिना मान्यता के आठ स्कूल पकड़े, हाईस्कूल में संचालित मिलीं इंटरमीडिएट की कक्षाएं, स्कूल बंद करने का शपथपत्र देकर विभाग को किया गुमराह, रिपोर्ट बीएसए को भेजी, होगी एफआइआर
जागरण संवाददाता, एटा: बिना मान्यता के संचालित स्कूलों के विरुद्ध चलाए गए अभियान के बावजूद भी जिले में ऐसे स्कूल बेधड़क चलने की स्थिति सामने आई है। अलीगंज क्षेत्र में सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग की टीम ने बिना मान्यता वाले स्कूलों पर छापा मार कार्रवाई की गई। कार्रवाई में आठ विद्यालय संचालित होते पाए गए। यह सभी विद्यालय ऐसे थे, जिन्होंने अप्रैल व मई में विभागीय अभियान के दौरान विभाग को स्कूल बंद करने का शपथ पत्र दे दिया था। अब पुन: संचालित मिले विद्यालयों के विरुद्ध एफआइआर के निर्देश दिए गए हैं। 1दो दिन पहले ही विभागीय समीक्षा बैठक में खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि वह सुनिश्चित कर लें कि उनके क्षेत्रों में कोई भी बिना मान्यता के स्कूल संचालित न हो रहा हो। निर्देशों के बाद अलीगंज खंड शिक्षाधिकारी भारती शाक्य ने संकुल प्रभारियों की टीमें गठित कर गैर मान्यता स्कूलों के विरुद्ध छापा मार कार्रवाई व पड़ताल शुरू करा दी। पहले ही दिन टीम के निशाने पर ऐसे गैर मान्यता वाले स्कूल रहे, जिन्होंने पूर्व में पकड़े जाने पर विभाग को भविष्य में स्कूल संचालित न करने व संचालित स्कूल को बंद किए जाने का शपथपत्र दिया था। 1अलग-अलग क्षेत्रों में निकली टीमों ने छापा मार कार्रवाई शुरू की तो वह स्कूल संचालकों का साहस देखकर सन्न रह गए। स्कूलों में भले ही बच्चों के लिए खास व्यवस्थाएं नहीं थीं, लेकिन अवैध रूप से उनका संचालन किया जा रहा था। इन स्कूलों में गायत्री बाल विद्यालय अलीगंज, एसएसडी जूनियर हाईस्कूल फर्दपुरा, एसबीएस जूनियर हाईस्कूल गलारपुर, सीडीएस पब्लिक स्कूल झकरई, एसएन किड्स एंड प्ले स्कूल अलीगंज, मकतब उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नदराला, नेकराम सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगलक कुहटिया थे, जो मौके पर ही बिना मान्यता संचालित होते मिले। 1स्कूलों में छापा मार कार्रवाई की खबर कुछ ही देर में पूरे ब्लॉक क्षेत्र में फैल गई। इस कारण कुछ और स्कूल पकड़े जाते, लेकिन संचालक बंद कर भाग गए। खंड शिक्षाधिकारी भारतीय शाक्य ने बताया है कि अवैध रूप से संचालित स्कूलों की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। उधर बीएसए मनोज कुमार गिरि ने कहा है कि अवैध रूप से संचालित स्कूलों को अब कोई मौका नहीं मिलेगा, जो स्कूल पकड़े गए हैं, उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कराई जा रही है। इसके अलावा शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत भी कार्रवाई होगी।अलीगंज विकास खंड के गांव नदराला में बिना मान्यता संचालित स्कूल की जांच पड़ताल करती टीम व मौजूद बच्चे। दूसरे चित्र में बिना मान्यता संचालित स्कूलों के विरुद्ध अभियान के दौरान अलीगंज के गांव कुहटिया में पकड़ा गया स्कूल ’ जागरणजागरण संवाददाता, एटा: माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में भी नियमों की की जा रही है। मिरहची क्षेत्र में स्कूलों के निरीक्षण के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक को हाईस्कूल तक की मान्यता वाले स्कूल में इंटरमीडिएट की कक्षाएं संचालित होते मिलीं। प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण के साथ ही तत्काल अमान्य कक्षाएं बंद कराईं। यही नहीं स्कूलों में प्रयोगशाला व पुस्तकालय संचालित न होने की स्थितियों पर प्रधानाचार्यों को चेतावनी दी है। 1सोमवार को मिरहची स्थित सालिगराम सरपंच रणवीर सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के निरीक्षण में डीआइओएस निरंजन देव वर्मा ने पाया कि विद्यालय की मान्यता कक्षा 10 तक की है, लेकिन वहां कक्षा 11 व 12 की कक्षाएं भी संचालित की जा रही हैं। संबंधित कक्षाओं में जाकर देखा तो इंटरमीडिएट के 15 विद्यार्थी भी मौजूद थे। स्पष्ट था कि विद्यालय में बिना मान्यता स्कूल संचालित कर विद्यार्थियों को दूसरे स्कूलों में पंजीकरण कराकर बोर्ड परीक्षा दिलाई जाती है। ऐसी स्थिति को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने अमान्य कक्षाओं को बंद कराते हुए स्पष्टीकरण देने तथा असंतोषजनक स्थिति पर मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई की चेतावनी दी। विद्यालय में प्रयोगशाला व पुस्तकालय के अलावा बायोमैटिक मशीन भी नहीं मिली। श्रीमती कृष्णा यादव बालिका इंटर कॉलेज मिरहची में बालिकाओं की बेहतर संख्या थी, लेकिन यहां भी शिक्षक डायरी व बायोमैट्रिक मशीन का अभाव दिखा। स्वामी विवेकानंद इंटर कॉलेज जिन्हैरा में भी प्रयोगशाला व पुस्तकालय देखने को नहीं मिले। प्रधानाचार्य न होने की स्थिति में अभिलेख भी नहीं दिखाए गए। संबंधित प्रधानाचार्य को अभिलेखों सहित तलब किया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय इंटर कॉलेज जिन्हैरा में अन्य व्यवस्थाएं ठीक थीं, लेकिन बच्चों की उपस्थिति कम मिली। वहीं चूल्हे पर मिड-डे मील बनाए जाने पर नाराजगी जताई, जबकि विद्यालय में सिलिंडर मौजूद था। स्पष्टीकरण के अलावा व्यवस्थाओं में सुधार को कहा गया है।’>>डीआइओएस ने मांगा स्पष्टीकरण बंद कराई क्लास1’>>वित्तविहीन स्कूलों में प्रयोगशाला व पुस्तकालयों का अभाव