परिषदीय विद्यालयों में विकसित होगा किचेन गार्डेन
संतोष शर्मा, महराजगंज:शासन ने परिषदीय विद्यालयों में स्थित अतिरिक्त भूमि पर किचेन गार्डेन विकसित करने का निर्णय लिया है। मंशा है कि इस गार्डेन में हरी सब्जियां उगाई जाएं जिसका प्रयोग मध्यान्ह भोजन में किया जाए। इस कार्य में स्कूल में अध्यनरत छात्र-छात्राओं द्वारा क्यारी बनवाई जाएगी तथा मां समूह के सदस्यों, माता-अभिभावक संघ व विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों का भी योगदान लेते हुए उन्हें भी हरी सब्जियों व फूलों के बोने व उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण ने परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को बेहतर ढंग से पका-पकाया गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने तथा विद्यालय परिसर में उपलब्ध अतिरिक्त भूमि पर हरी सब्जियां व फूलों को उगाने का मन बनाया है। प्राधिकरण की सोच है कि यदि गार्डेन विकसित हो जाए तो न सिर्फ छात्र-छात्राओं को हरी व ताजी सब्जियों से युक्त बेहतर भोजन दिया जा सकेगा बल्कि पर्यावरणीय ²ष्टि से भी स्कूल का वातावरण सुंदर दिखेगा। फूलों के उगाए जाने से विद्यालय का वातावरण मनोरम लगेगा तथा विद्यालय की खाली पड़ी भूमि का सदुपयोग भी हो जाएगा। मां समूह के सदस्यों/ माता-अभिभावक संघ / विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को भी हरी सब्जी व फूल को उगाने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाना है, ताकि गांव स्तर पर व्यवसाय परक रोजगार को बढ़ावा मिल सके।
स्कूल परिसर में किचेन गार्डेन विकसित करने के लिए सर्वप्रथम विद्यालय के अतिरिक्त व खाली भूमि पर क्यारी बनवाई जाएगी। क्यारी बनवाने में छात्र-छात्राओं, स्कूल में गठित संघ से जुड़े लोगों व बच्चों के अभिभावकों का भी सहयोग लिया जाएगा। प्रधानाध्यापक व शिक्षक भी इस कार्य में अपना योगदान देंगे।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ला ने कहा कि किचेन गार्डेन पर्यावरणीय ²ष्टि से बेहतर होगा। इससे जहां स्कूलों का पर्यावरण सुधरेगा वहीं बचों को बेहतर हरी सब्जियों से युक्त भोजन भी दिया जा सकेगा।