नामांकन व उपस्थिति पर विशेष ध्यान देने हेतु तथा मच्छर जनित बीमारियो के प्रति प्राथमिक विद्यालय भलुआन पर अभिभावकों की जनजागरुकता बैठक को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पनियरा संकुल प्रभारी रामसमुझ मौर्या ने अभिभावकों को अपने पाल्यो को नियमित भेजने व आउट आफ स्कूल बच्चों को चिन्हित कर शत प्रतिशत नामांकन का आह्वान किया।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अम्बिका यादव ने मस्तिष्क ज्वर से बचाव हेतु गांव की साफ-सफाई व खुले में शौच मुक्त गांव बनाने में सहयोग करने का आग्रह किया। सहायक अध्यापक वरेश कुमार ने कहा कि गोरखपुर मण्डल इंसेफेलाइटिस के संक्रमण से ग्रसित है और जुलाई से नवम्बर माह तक यह ज्यादा फैलता है। इसे जापानी बुखार के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसका पता सर्वप्रथम 1871 में जापान में लगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ वीर विक्रम सिंह, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी ने बताया कि सूअर व जंगली पक्षी दिमागी बुखार के विषाणु के मुख्य वाहक हैं, जो 15 वर्ष के बच्चों में व कम प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को ज्यादा शिकार बनाता है। ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर शकुन्तलादेवी ने इस संक्रमण के लक्षण पर प्रकाश डालते हुए बताया कि तेज बुखार, सिरदर्द, गर्दन में अकड़न, मांसपेशियों में संकुचन आदि मुख्य लक्षण हैं। प्रभारी प्रधानाध्यापक जितेन्द्र सिंह ने आगुंतकों का स्वागत किया व कहा कि परिषदीय विद्यालयों में सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध हैं बच्चों को मात्र कापी कलम के साथ नियमित भेजें हम सभी शिक्षक उनकी शिक्षा के लिए कटिबद्ध हैं।
कार्यक्रम में सहायक अध्यापक रीना यादव, ब्लाक समुदाय मैनेजर उपेंद्र, आंगनवाड़ी मीना, आशा पवन रेखा, एनम० लालती देवी, शिक्षक नीरज, कृष्णगोपाल, रविन्द्र आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सहायक अध्यापक वरेश कुमार द्वारा मच्छर जनित रोगों से बचाव हेतु निर्मित पोस्टर का विमोचन किया गया व अभिभावकों को वितरित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन सहायक अध्यापक वरेश कुमार ने किया।