उत्तर प्रदेश के डायट्स में प्रशिक्षण सुधारने को आउटसोर्सिंग, अच्छे शिक्षकों का बनेगा पूल
प्रदेश के बेसिक स्कूलों के लिए अच्छे शिक्षक तैयार करने की बड़ी पहल हुई है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानी डायट्स अब इस कार्य केलिए आउटसोर्सिंग करेंगे। ...
इलाहाबाद (धर्मेश अवस्थी)। प्रदेश के बेसिक स्कूलों के लिए अच्छे शिक्षक तैयार करने की बड़ी पहल हुई है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानी डायट्स अब इस कार्य केलिए आउटसोर्सिंग करेंगे। निर्देश है कि हर जिले में चल रहे शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों व कालेजों के विषयवार उम्दा शिक्षकों का पूल बनाया जाए और डायट्स उन्हें सुविधा के अनुसार तय तारीखों पर आमंत्रित करेंगी। ऐसे प्रशिक्षकों को मानदेय भी मिलेगा, धनराशि को लेकर मंथन शुरू है। इससे प्रशिक्षण बेहतर होगा और पढ़ाई का माहौल बनेगा।
प्रशिक्षकों की कमी से पढ़ाई नहीं
सूबे में इन दिनों 63 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान व करीब 3419 निजी कालेज हैं, जहां पर डीएलएड (पूर्व बीटीसी) का दो वर्षीय प्रशिक्षण दिया जाता है। हर डायट्स में 200 व निजी कालेजों में 50-50 सीटें आवंटित हैं। ऐसे में दो लाख 30 हजार 75 प्रशिक्षु अब हर साल तैयार होंगे। इनमें अधिकांश प्रशिक्षु बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में नियुक्ति पा रहे हैं। निजी कालेजों को छोडि़ए डायट्स में ही शिक्षक व प्रशिक्षकों की कमी होने के कारण सही से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। इसको ध्यान में रखकर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद यानी एससीईआरटी बड़ा बदलाव करने जा रहा है।