लखीमपुर खीरी : पहले दिन ही अव्यवस्थाओं से जूङोंगे नौनिहाल, नए शिक्षा सत्र का आगाज कल से, हवा हवाई साबित हुआ रंगाई-पोताई, पेयजल और शौचालय की व्यवस्था का आदेश
संवादसूत्र, लखीमपुर: गर्मी की छुट्टियों के बाद सोमवार से नए शिक्षा सत्र का प्रारंभ हो रहा है। कांवेंट स्कूलों की तरह ही सरकार भी पूरी तैयारियों के साथ प्राइमरी स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ाने पर जोर दे रही है। इसके लिए शिक्षकों के साथ ही संबंधित बीईओ को भी हर व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। स्कूलों की रंगाई-पुताई कराकर उन्हें आर्कषक बनाने, पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, रसोई घर की सफाई करवाकर ड्रेस-बैग वितरण, एमडीएम आदि की व्यवस्था शिक्षा सत्र के पहले दिन से ही करवानी है।1विभागीय स्तर पर जिम्मेदार यह दावा कर रहे हैं कि सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करा ली गई हैं लेकिन, दैनिक जागरण की पड़ताल में इन दावों की पोल खुल गई है। अधिकांश स्कूलों में न सफाई हुई है और न ही पेयजल, शौचालय, रसोई आदि की व्यवस्था दुरुस्त कराई गई है। ग्रामीणों का कहना है कि अवकाश की वजह से ज्यादातर शिक्षक स्कूलों में पहुंचे ही नहीं। जिसकी वजह से स्कूलों में अव्यवस्था फैली हुई है। फूलबेहड़, मितौली, गोला, बिजुआ, निघासन, धौरहरा समेत तमाम ब्लॉकों में स्कूलों की हालत दयनीय बनी हुई है। 1सवा सौ स्कूल शिक्षकविहीन, तीन सौ एकल हुए विद्यालय: विभागीय स्तर पर हुए अंतरजनपदीय तबादलों के कारण खीरी जिले से करीब सात सौ प्राइमरी शिक्षक रिलीव हो चुके हैं। उनकी जगह पर इस जिले को महज 10 शिक्षक ही मिल पाए हैं। इन हालातों में जिले के करीब सवा सौ ऐसे स्कूल हैं, जो इन तबादलों से शिक्षक विहीन हो गए हैं। इसी तरह करीब तीन सौ स्कूल ऐसे हैं जो एकल हो गए हैं। विभाग के सामने शिक्षक विहीन स्कूलों में नए शिक्षा सत्र की शुरूआत करने की चुनौती है। क्योंकि कुल 2555 प्राइमरी स्कूलों में करीब 11 हजार शिक्षक बचे हैं। 1जबकि पहले से ही 42 फीसदी प्राइमरी शिक्षकों की कमी चल रही है। इसी तरह जूनियर हाईस्कूल के 1145 विद्यालयों में महज 2100 शिक्षक ही तैनात हैं। अंतरजनपदीय तबादलों से जिले के अंग्रेजी माध्यम के करीब चार दर्जन प्राइमरी स्कूल भी प्रभावित हुए हैं। 1दाल आवंटित लेकिन, नहीं पहुंची कोटेदारों तक: शासन ने अप्रैल माह में एसएफसी के जरिए स्कूलों में दाल की सप्लाई का निर्देश दिया था। खीरी जिले में जुलाई, अगस्त और सितंबर माह तक 1604 मीट्रिक टन अरहर की दाल का आवंटन भी कर दिया गया है लेकिन हकीकत ये है कि अभी स्कूलों में दाल की सप्लाई के लिए कोटेदार को ही दाल नहीं दी गई है। कई बार बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जिम्मेदारों को पत्र भी जारी किया गया है लेकिन, भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। 1देख लें अफसर, स्कूलों में नहीं है कोई तैयारी: मितौली: ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय व उच्च माध्यमिक विद्यालय कस्ता में सरकारी आदेश के अनुसार सफाई नहीं कराई गई। विद्यालय के शौचालय की हालत बद से बदतर हो गई है। सरकारी हैंडपंप भी खराब पड़ा है। प्राथमिक विद्यालय के कमरे के खिड़कियां-दरवाजे भी टूट गए हैं। विद्यालय की रंगाई पोताई भी नहीं हुई है। 1संपूर्णानगर: सोमवार से खुलने जा रहे विद्यालयों को लेकर शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों की साफ-सफाई करने के आदेश दिए थे लेकिन, अध्यापकों ने इस आदेश को ठेंगा दिखा दिया। पलिया ब्लॉक के अंतर्गत संपूर्णानगर सरकारी विद्यालयों में कोई भी नहीं पहुंचा। इसकी वजह से बच्चों को गंदे स्कूल में ही जाना पड़ेगा। 1सिकंदराबाद: जून की लंबी छुट्टियों के बाद दो जुलाई से स्कूल खुलने के लिए तैयार हैं। पढ़ाई शुरू होने से पहले ही शनिवार को स्कूल खोल कर गुरुजी ने साफ सफाई का काम पूरा करा दिया। पहली जुलाई को रविवार होने के चलते अब दो जुलाई से स्कूलों में पढ़ाई शुरू होगी। काफी दिनों से बंद पड़े स्कूलों में धूल मिट्टी सहित तमाम तरह की गंदगी इकट्ठा हो गई थी। बेहजम, मितौली और कुंभी ब्लॉक के अधिकांश स्कूल शनिवार को खुले, जिनमें साफ-सफाई कराई गई। वहीं कुछ स्कूलों में सफाई नहीं हो सकी है।संवादसूत्र, लखीमपुर: गर्मी की छुट्टियों के बाद सोमवार से नए शिक्षा सत्र का प्रारंभ हो रहा है। कांवेंट स्कूलों की तरह ही सरकार भी पूरी तैयारियों के साथ प्राइमरी स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ाने पर जोर दे रही है। इसके लिए शिक्षकों के साथ ही संबंधित बीईओ को भी हर व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। स्कूलों की रंगाई-पुताई कराकर उन्हें आर्कषक बनाने, पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, रसोई घर की सफाई करवाकर ड्रेस-बैग वितरण, एमडीएम आदि की व्यवस्था शिक्षा सत्र के पहले दिन से ही करवानी है।1विभागीय स्तर पर जिम्मेदार यह दावा कर रहे हैं कि सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करा ली गई हैं लेकिन, दैनिक जागरण की पड़ताल में इन दावों की पोल खुल गई है। अधिकांश स्कूलों में न सफाई हुई है और न ही पेयजल, शौचालय, रसोई आदि की व्यवस्था दुरुस्त कराई गई है। ग्रामीणों का कहना है कि अवकाश की वजह से ज्यादातर शिक्षक स्कूलों में पहुंचे ही नहीं। जिसकी वजह से स्कूलों में अव्यवस्था फैली हुई है। फूलबेहड़, मितौली, गोला, बिजुआ, निघासन, धौरहरा समेत तमाम ब्लॉकों में स्कूलों की हालत दयनीय बनी हुई है। 1सवा सौ स्कूल शिक्षकविहीन, तीन सौ एकल हुए विद्यालय: विभागीय स्तर पर हुए अंतरजनपदीय तबादलों के कारण खीरी जिले से करीब सात सौ प्राइमरी शिक्षक रिलीव हो चुके हैं। उनकी जगह पर इस जिले को महज 10 शिक्षक ही मिल पाए हैं। इन हालातों में जिले के करीब सवा सौ ऐसे स्कूल हैं, जो इन तबादलों से शिक्षक विहीन हो गए हैं। इसी तरह करीब तीन सौ स्कूल ऐसे हैं जो एकल हो गए हैं। विभाग के सामने शिक्षक विहीन स्कूलों में नए शिक्षा सत्र की शुरूआत करने की चुनौती है। क्योंकि कुल 2555 प्राइमरी स्कूलों में करीब 11 हजार शिक्षक बचे हैं। 1जबकि पहले से ही 42 फीसदी प्राइमरी शिक्षकों की कमी चल रही है। इसी तरह जूनियर हाईस्कूल के 1145 विद्यालयों में महज 2100 शिक्षक ही तैनात हैं। अंतरजनपदीय तबादलों से जिले के अंग्रेजी माध्यम के करीब चार दर्जन प्राइमरी स्कूल भी प्रभावित हुए हैं। 1दाल आवंटित लेकिन, नहीं पहुंची कोटेदारों तक: शासन ने अप्रैल माह में एसएफसी के जरिए स्कूलों में दाल की सप्लाई का निर्देश दिया था। खीरी जिले में जुलाई, अगस्त और सितंबर माह तक 1604 मीट्रिक टन अरहर की दाल का आवंटन भी कर दिया गया है लेकिन हकीकत ये है कि अभी स्कूलों में दाल की सप्लाई के लिए कोटेदार को ही दाल नहीं दी गई है। कई बार बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जिम्मेदारों को पत्र भी जारी किया गया है लेकिन, भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। 1देख लें अफसर, स्कूलों में नहीं है कोई तैयारी: मितौली: ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय व उच्च माध्यमिक विद्यालय कस्ता में सरकारी आदेश के अनुसार सफाई नहीं कराई गई। विद्यालय के शौचालय की हालत बद से बदतर हो गई है। सरकारी हैंडपंप भी खराब पड़ा है। प्राथमिक विद्यालय के कमरे के खिड़कियां-दरवाजे भी टूट गए हैं। विद्यालय की रंगाई पोताई भी नहीं हुई है। 1संपूर्णानगर: सोमवार से खुलने जा रहे विद्यालयों को लेकर शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों की साफ-सफाई करने के आदेश दिए थे लेकिन, अध्यापकों ने इस आदेश को ठेंगा दिखा दिया। पलिया ब्लॉक के अंतर्गत संपूर्णानगर सरकारी विद्यालयों में कोई भी नहीं पहुंचा। इसकी वजह से बच्चों को गंदे स्कूल में ही जाना पड़ेगा। 1सिकंदराबाद: जून की लंबी छुट्टियों के बाद दो जुलाई से स्कूल खुलने के लिए तैयार हैं। पढ़ाई शुरू होने से पहले ही शनिवार को स्कूल खोल कर गुरुजी ने साफ सफाई का काम पूरा करा दिया। पहली जुलाई को रविवार होने के चलते अब दो जुलाई से स्कूलों में पढ़ाई शुरू होगी। काफी दिनों से बंद पड़े स्कूलों में धूल मिट्टी सहित तमाम तरह की गंदगी इकट्ठा हो गई थी। बेहजम, मितौली और कुंभी ब्लॉक के अधिकांश स्कूल शनिवार को खुले, जिनमें साफ-सफाई कराई गई। वहीं कुछ स्कूलों में सफाई नहीं हो सकी है।प्राथमिक विद्यालय नजीमाबाद में साफ सफाई के लिए नहीं खुला स्कूल व प्राथमिक विद्यालय मितौली में टायलेट में पड़ा कूड़ा कचरा व टूटे यूरिनल तथा टूटी पड़ी खिड़की ’जागरणबीएसए अवकाश पर, अनुराग मिश्र को चार्ज 1बीएसए बुद्धप्रिय सिंह चार जुलाई तक अवकाश पर चले गए हैं। इसलिए बीएसए का प्रभार मुख्यालय के बीईओ अनुराग मिश्र को सौंपा गया है। प्रभारी बीएसए ने बताया कि सोमवार से सभी स्कूल खुल रहे हैं। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। सभी शिक्षकों को समय से स्कूल पहुंचने का निर्देश जारी किया गया है। 1बीआरसी पर बैग-किताबें पहुंचाने का दावा 1शासन ने निर्देश दिया है कि दो जुलाई से ही बच्चों को बैग व किताबें वितरण किया जाएगा। अधिकारियों का दावा है कि किताबें और बैग सभी ब्लॉकों की बीआरसी पर पहुंचा दिया है। पहले दिन से ही स्कूलों में बच्चों को इसका वितरण प्रारंभ करना है। किताबों में कक्षा चार व पांच किताबें अभी विभाग को नहीं मिल पाई है।