शिक्षक नदारद, खेलते मिले बच्चे
दो सत्र बीतने के बाद इसकी दशा में सुधार होने की बात कौन करें अब तो इसमें ताला लगाने की नौबत भी आ गयी है। शानदार भवन, बेहतरीन कमरे और सीबीएससी पैटर्न पर शिक्षा देने की योजना यहां धूल फांक रही है।...
बस्ती : स्थानीय कस्बे में स्थित अभिनव विद्यालय का हाल बेहाल है। दो सत्र बीतने के बाद इसकी दशा में सुधार होने की बात कौन करें अब तो इसमें ताला लगाने की नौबत भी आ गयी है। शानदार भवन, बेहतरीन कमरे और सीबीएससी पैटर्न पर शिक्षा देने की योजना यहां धूल फांक रही है। बुधवार को जब विद्यालय की पड़ताल की तो यहां विद्यालय पर शिक्षक नदारद व बच्चे खेलते हुए मिले। बभनान में स्थापित अभिनव विद्यालय अप्रैल 2016 में चालू हुआ। कक्षा 6 से इंटर तक संचालित इस विद्यालय में मौजूदा समय में न तो कक्षा 6 में एक भी नामांकन हुआ है और न ही कक्षा 11 व 12 में। इस विद्यालय की दशा देख यह नहीं लगता कि शिक्षकों व विभाग की कुछ अभिनव करने की सोच है। सुबह करीब 11 बजे विद्यालय का गेट खुला हुआ था। अंदर एक कमरे में विद्यालय के सारे छात्र मौजूद थे। शोर मचाते हुए कुछ बालीबाल खेल रहे थे तो कुछ कैरमबोर्ड। छात्रों से जब पढ़ाई के बारे में पूछा गया तो उन्होनें ने बताया कि सुबह प्रधानाचार्य कमरे में आये थे एक ही कमरे में सभी बच्चों को बैठाकर कक्षा 10 व 7 के छात्रों को हिन्दी पढ़ाएं हैं। कक्षा 8 के विद्यार्थियों को कुछ भी नहीं पढ़ाया गया। हांलाकि विद्यालय पर कक्षा सात के तीन, कक्षा आठ के चार व कक्षा दस के पांच छात्र छात्राएं ही उपस्थित थे। प्रधानाचार्य कक्ष खुला था जबकि प्रधानाचार्य मौजूद नहीं थे। विद्यालय पर तैनात लिपिक वहां कुर्सी पर बैठकर सो रहा था। पूछने पर लिपिक ने बताया कि आज अचानक पेट में काफी दर्द होने लगा जिसके चलते दवा लेकर आराम कर रहा हूं। विद्यालय की साफ सफाई की स्थित भी काफी लचर दिखी। स्कूल के बाहर से लेकर अंदर तक जगह-जगह घास उग आयी है। चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है। बाद में जब प्रधानाचार्य बुद्धिराम के मोबाइल बात की गई तो उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में विद्यालय पर एक भी अध्यापक की तैनाती नहीं है इंटरवल तक विद्यालय पर मौजूद था। विभागीय कार्य से बस्ती आना पड़ा। बताया कि मौजूदा समय में कक्षा दस मे 24, नौवीं में चार, सातवीं में पांच व आठ में ग्यारह सहित कुल 44 छात्र पंजीकृत हैं।