बिना किताबों के परिषदीय स्कूलों में शुरू हुई पढ़ाई
अमरोहा : योगी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने का आमूल चूल प्रयास किया। मगर यह प्रया...
अमरोहा : योगी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने का आमूल चूल प्रयास किया। मगर यह प्रयास अफसरशाही के आगे फीका पड़ रहा है। शिक्षा सत्र अप्रैल में शुरू हुआ और जुलाई आ गई। मगर परिषदीय स्कूलों तक किताबें नहीं पहुंची। विभाग की माने तो कक्षा एक से छह तक की किताबें जिले को प्राप्त नहीं हुईं, मगर कक्षा सात व आठ की किताबें पखवारा भर पहले ही प्राप्त हो चुकी थी, वह भी कुछ स्कूलों तक ही पहुंच सकी। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में शिक्षण का क्या हाल?
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किया था कि एक जुलाई को सभी परिषदीय स्कूलों के बच्चों के हाथों में नई किताबें और 15 जुलाई तक बच्चों को नए यूनिफार्म मिल जाएंगीं मगर सीएम के इस फैसले पर अफसर अमल नहीं कर सके। जिले की बात करें तो करीब 1557 परिषदीय स्कूल है। इसमें 1079 प्राथमिक विद्यालय और 478 जूनियर हाईस्कूल है। इन विद्यालयों में एक लाख 23 हजार बच्चे पढ़ते है। इन बच्चों के लिए करीब सात लाख किताबें जिले को प्राप्त होनी थी। इसके सापेक्ष जिले को अभी पौने दो लाख से अधिक किताबें प्राप्त हो चुकी है।
रोटरी क्लब ने मेधावियों को किया सम्मनित
जून माह में ही कक्षा सात और आठ की लगभग किताबें आ चुकी है, जबकि कक्षा एक से छह तक की एक भी किताब अभी तक जिले को प्राप्त नहीं हुई है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई राम भरोसे है। विभागीय अफसरों की व्यस्तता इतनी है कि जो किताबे जून माह में प्राप्त हो चुकीं हैं, वह भी बच्चों के हाथ तक अभी तक पहुंची है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि अफसर कार्य के प्रति कितना समर्पित हैं और सरकार के आदेश को कितना तवज्जो दे रहे हैं। इसके कारण स्कूलों तक किताबें नहीं पहुंच सकी। जिले को कक्षा सात और आठ की लगभग पौने दो लाख किताबें प्राप्त हो चुकी है। इन किताबों का सत्यापन कराकर बीआरसी केंद्रों पर भेज दिया गया है। वहां से किताबें स्कूलों में पहुंचाई जा रही है। जल्द ही सभी स्कूलों में किताबें पहुंच जाएंगे। रही बात कक्षा एक से छह तक की किताबों की तो वह जल्द ही जिले को प्राप्त हो जाएंगी। उसके बाद उनका भी वितरण करा दिया जाएगा।
गौतम प्रसाद, बीएसए।