लखनऊ : समान कार्य समान वेतन की नीति पर मिले शिक्षामित्रों को हक़, शिक्षामित्रों के समर्थन में आए आप सांसद संजय सिंह
- समान कार्य समान वेतन की नीति पर मिले शिक्षामित्रों को हक़
- केंद्र व प्रदेश सरकार चाहे तो शिक्षामित्रों के मुद्दे का हल निकल सकता है
लखनऊ। हिन्दुस्तान संवादआलमबाग के इको गार्डन में 72 दिन से धरने पर बैठे शिक्षामित्रों के समर्थन में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह शनिवार को पहुंच गए। श्री सिंह ने कहा कि महिलाओं ने सिर मुड़वा दिया और और पुरुषों ने जनेऊ का त्याग दिया। फिर भी केन्द्र व प्रदेश सरकार उदासीन बनी हुई है। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी सरकार में ही संभव है। लोकदल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.एसपी सिंह कुशवाहा भी शिक्षामित्रों से मिलने धरना स्थल पहुंचे।संजय सिंह ने शिक्षामित्रों से कहा कि वो कानून के दावपेंच मे सरकार को मजबूर करें। उन्होंने कहा कि जलकुट्टी के धार्मिक मामले में नया कानून लाया जा चुका है। साथ ही पीएम के सचिव की नियुक्ति के लिए संशोधन केंद्र कर चुकी है। केंद व प्रदेश सरकार चाहे तो इनकी मांगों को दो घण्टे में हल कर सकती है।आप सांसद ने कहा कि शिक्षामित्रों की मांग को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर योगी सरकार उनका शोषण कर रही है। डेढ़ लाख से ज्यादा शिक्षामित्रों का हक मारा गया है। कई वर्ष से सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी करने वाले शिक्षामित्रों की नौकरी जाने के बाद खुदकुशी की। उनके परिवार भुखमरी की कगार पर हैं। लगातार धरना दे रहे शिक्षामित्रों ने कई बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत शासन के अफसरों से मुलाकात की। नियुक्ति के नाम पर सिर्फ शिक्षामित्रों को छला गया। इसके के लिए सरकार जिम्मेदार है। शिक्षामित्र नेताओं ने कहा कि अब वह सरकार की उदासीनता बर्दाश्त नही करेंगे। होगी। फरियादियों का धरना प्रदर्शन तो मौलिक अधिकार है। संशोधन के जरिए नियुक्ति मांगेंगेशिक्षामित्रों की एक बैठक दिल्ली में रविवार को आयोजित हो रही है। जिसमें प्रदेश भर के शिक्षामित्र पहुंच रहे हैं। वहां कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से वार्ता करेंगे। समर्थन मिलने के बाद शिक्षामित्रों का एक प्रतिनिधि मंडल मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर से मिलेगा। केंद्र सरकार से नए संशोधन के जरिये नियुक्ति की मांग करेंगे।