जेई-एईएस पर लगाम के लिए शिक्षक करें पहल
जेई व एईएस गंभीर बीमारी है। जागरूकता से ही इस बीमारी पर प्रभावी लगाम लगाई जा सकती है। शिक्षक-शिक्षिकाएं विद्यालय व ग्राम पंचायत में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को रोग से बचाव की जानकारी दें।...
महराजगंज:जेई व एईएस गंभीर बीमारी है। जागरूकता से ही इस बीमारी पर प्रभावी लगाम लगाई जा सकती है। शिक्षक-शिक्षिकाएं विद्यालय व ग्राम पंचायत में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को रोग से बचाव की जानकारी दें। इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। यह बातें सदर बीआरसी में स्थित शिक्षक भवन पर आयोजित दस्तक अभियान के द्वितीय चरण के प्रशिक्षण के दूसरे दिन मंगलवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ला ने कही। उन्होंने कहा कि शिक्षक जागरूक अभिभावकों व एसएमसी सदस्यों का भी सहयोग प्राप्त करें। शिक्षकों से जेई व एईएस से संबंधित प्रश्न भी पूछा तथा उनके ज्ञान के स्तर को टटोला। खंड शिक्षा अधिकारी श्यामसुंदर पटेल ने कहा कि प्रत्येक परिवार को जागरूक कर ही इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने जेई-एईएस के रोग व लक्षण की भी विस्तृत जानकारी दी। प्राथमिक शिक्षक संघ सदर के ब्लाक अध्यक्ष बैजनाथ ¨सह ने कहा कि कहा कि नौनिहालों को जेई-एईएस से बचाने के लिए सभी को सफाई पर जोर देना होगा। वरिष्ठ सह समन्वयक रेयाज खान ने जल के प्रदूषित होने और जलजनित बीमारियों के बारे में अभिभावकों को जागरूक करने पर जोर दिया। सुरेंद्र उपाध्याय ने रोग से बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस दौरान अखिलेश पाठक, राधेश्याम यादव, राजेंद्र वर्मा, शशिबाला पटेल, मदन गोपाल, जयप्रकाश गौतम, देवीशरण, शरफुद्दीन, आलोक ¨सह, डा. हरीतिमा, अखिलेश शर्मा, मीना त्रिपाठी, ज्ञानती देवी, ¨सधू द्विवेदी, रीना पटेल, राबिया, शशिकला, मीरा, रीना सैनी, स्वेच्छा गुप्ता आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।