बरेली : आवासीय सुविधा के नाम पर कस्तूरबा गांधी विद्यालय के बच्चों की सेहत से खिलवाड़, कस्तूरबा स्कूलों में मिली घुन लगी दाल
जागरण संवाददाता, बरेली : आवासीय सुविधा के नाम पर कस्तूरबा गांधी विद्यालय के बच्चों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। इसका खुलासा हुआ खाद्य सुरक्षा विभाग की तरफ से विद्यालयों की रसोई के जांच अभियान में। तीन अलग-अलग स्कूलों की रसोई में घुन लगी दाल और कीड़े लगी मिर्च, धनिया आदि मसाले मिले। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने खराब और घटिया खाद्य सामग्री नष्ट करा दी। सैंपलिंग नहीं की गई, लेकिन बच्चों को सही तेल और मसालों के साथ ही साफ व शुद्ध दाल, सब्जी का भोजन परोसने की हिदायत दी। लखनऊ से खाद्य सुरक्षा आयुक्त मिनिस्ती एस. की तरफ से फरमान आने पर शुक्रवार सुबह ही अलग-अलग टीमें विद्यालयों की चेकिंग को दौड़ पड़ीं। सबसे पहले सुभाष नगर स्थित कस्तूरबा गांधी स्कूल में निरीक्षण किया। यहां अरहर, मूंग की दाल और चने में घुन व कीड़े मिले। सोयाबीन की बड़ी भी खराब हो चुकी थीं। स्कूल वार्डन और रसोइयों से कारण पूछा तो बगलें झांकने लगे। जवाब दिया कि डेढ़ महीने तक स्कूल बंद रहा है। यह सामग्री तब से बंद थी। खाना नई आपूर्ति से आई सामग्री से बनाया जा रहा है। इसके बाद मझगवां और रामनगर ब्लॉक में स्थित कस्तूरबा विद्यालय में टीम पहुंची। मसाले के पैकेट ठोस जमे जैसे थे। कीड़े भी मिले।जागरण संवाददाता, बरेली : आवासीय सुविधा के नाम पर कस्तूरबा गांधी विद्यालय के बच्चों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। इसका खुलासा हुआ खाद्य सुरक्षा विभाग की तरफ से विद्यालयों की रसोई के जांच अभियान में। तीन अलग-अलग स्कूलों की रसोई में घुन लगी दाल और कीड़े लगी मिर्च, धनिया आदि मसाले मिले। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने खराब और घटिया खाद्य सामग्री नष्ट करा दी। सैंपलिंग नहीं की गई, लेकिन बच्चों को सही तेल और मसालों के साथ ही साफ व शुद्ध दाल, सब्जी का भोजन परोसने की हिदायत दी। लखनऊ से खाद्य सुरक्षा आयुक्त मिनिस्ती एस. की तरफ से फरमान आने पर शुक्रवार सुबह ही अलग-अलग टीमें विद्यालयों की चेकिंग को दौड़ पड़ीं। सबसे पहले सुभाष नगर स्थित कस्तूरबा गांधी स्कूल में निरीक्षण किया। यहां अरहर, मूंग की दाल और चने में घुन व कीड़े मिले। सोयाबीन की बड़ी भी खराब हो चुकी थीं। स्कूल वार्डन और रसोइयों से कारण पूछा तो बगलें झांकने लगे। जवाब दिया कि डेढ़ महीने तक स्कूल बंद रहा है। यह सामग्री तब से बंद थी। खाना नई आपूर्ति से आई सामग्री से बनाया जा रहा है। इसके बाद मझगवां और रामनगर ब्लॉक में स्थित कस्तूरबा विद्यालय में टीम पहुंची। मसाले के पैकेट ठोस जमे जैसे थे। कीड़े भी मिले।कस्तूरबा विद्यालय में खराब खाद्य सामग्री नष्ट कराते खाद्य सुरक्षा अधिकारी ’