जांच में लापरवाही उजागर, पांच प्रधानाध्यापक निलंबित
देवरिया : परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन व्यवस्था को लेकर अधिकतर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। वह समय से न तो विद्यालय पहुंच रहे हैं और न हीं उनकी तरफ से छात्रों की उपस्थिति को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी देसही देवरिया की जांच में पांच परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की लापरवाही सामने आई है। बीएसए ने उन्हें निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से खलबली मच गई है।
खंड शिक्षा अधिकारी देसही देवरिया डीएन चंद ने सोमवार को क्षेत्र के पांच विद्यालयों का निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय गोठा रसूलपुर बंद मिलने पर प्रधानाध्यापक शिवलाल चौहान को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालय गोठा रसूलपुर के प्रधानाध्यापक अब्दुल कुद्दुश अनुपस्थित मिले। यहां 71 नामांकित छात्रों में महज दो छात्र ही मौजूद थे। आवश्यक पंजिकाएं उपलब्ध नहीं हो पाई। विद्यालय की रंगाई पुताई भी नहीं हुई थी। बैग व ड्रेस भी वितरित नहीं था। यही हाल प्राथमिक विद्यालय रामपुर दुल्लह का भी था। कुल 71 में 21 छात्र ही उपस्थित थे। जर्जर भवन में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। प्रधानाध्यापक सुनील कुमार बातचीत में मशगूल थे। दोनों प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया। इसी तरह उच्च प्राथमिक विद्यालय रामपुर दुल्लह के प्रधानाध्यापक मो. असलम को भी लापरवाही में निलंबित कर दिया गया। प्राथमिक विद्यालय चकिया में कुल 51 में 19 छात्र-छात्राएं मौजूद थीं। प्रधानाध्यापक संजय कुमार मौर्य अनुपस्थित थे। भवन की रंगाई-पुताई यहां भी नहीं हुई थी। बीएसए ने इन्हें भी निलंबित कर दिया। इस संबंध में बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पांच प्रधानाध्यापकों को निलंबित किया गया है।