बरेली : योगी सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के कई स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम तो घोषित कर दिया लेकिन इनमें अंग्रेजी की पढ़ाई के लिए अभी तक किताबें नहीं भेजी गई, अंग्रेजी के स्कूल, हिन्दी की पढ़ाई
जागरण संवाददाता, बरेली : योगी सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के कई स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम तो घोषित कर दिया लेकिन इनमें अंग्रेजी की पढ़ाई के लिए अभी तक किताबें नहीं भेजी गई हैं। नतीजतन, शिक्षक अभी हंिदूी की किताबें ही पढ़ा रहे हैं। जाहिर है कि जिन किताबों से इनमें पहले पढ़ाई होती थी, अब भी उन्हीं से हो रही है। ऐसे में, सिर्फ यह स्कूल नाम भर के लिए अंग्रेजी मीडियम बने हुए हैं। शिक्षक और बच्चे इन किताबों को इंतजार कर रहे हैं लेकिन अभी यह भी साफ नहीं हो सका है कि इन स्कूलों के लिए अंग्रेजी की किताबें कब तक आ पाएंगी। जिम्मेदार शिक्षाधिकारी इसे शासन स्तर का मामला बताकर चुप्पी साध जा रहे हैं।1शहर में पांच प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम के रूप में चयनित किया गया। इनमें शिक्षकों की पोस्टिंग की जा चुकी है। इनमें जसोली, बालजती, खड़ौआ, हरुनगला, सुभाषनगर के प्राथमिक स्कूल हैं। इन स्कूलों के कक्षा एक और दो के बच्चों को सरकार ने पूरी तरह से अंग्रेजी मीडियम की पढ़ाई कराने का प्रावधान किया है। इसके लिए नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें सरकार को मुहैया करानी हैं। नए शैक्षिक सत्र के लिए हंिदूी मीडियम की किताबें तो आ चुकी हैं। ऐसे में, इन स्कूलों में भी शिक्षक फिलहाल इन्हीं किताबों से बच्चों को पढ़ा रहे हैं। सर्व शिक्षा अभियान के नगर प्रभारी डॉ. अनिल चौबे ने बताया कि कक्षा एक और दो के बच्चों को फिलहाल शिक्षक अंग्रेजी के बोलचाल के शब्दों का ज्ञान करा रहे हैं। किताबें जब आएंगी, तब उन्हें पढ़ाना प्रारंभ करेंगे।’>>शासन ने नहीं भेजीं किताबें, सिर्फ नाम के हैं ये स्कूल अंग्रेजी1’>>शिक्षकों को समझ नहीं आ रहा बिना किताबें कैसे पढ़ाएं अंग्रेजी सिलेबस