अमान्य स्कूलों को मान्यता लेने के लिए समय दिए जाने की उठी मांग
- निजी स्कूल संचालकों के सम्मेलन का आयोजन, सांसद ने किया समर्थन
लखनऊ। राजधानी में संचालित अमान्य स्कूलों की मानक पूरे करके मान्यता लेने के लिए समय दिए जाने की मांग उठी है। गांधी भवन में आयोजित निजी स्कूलों के सम्मेलन में इस पर जोर दिया गया। सम्मेलन में पहुंचे मुख्य अतिथि सांसद कौशल किशोर ने इस मांग का समर्थन भी किया। उन्होंने जिन अमान्य स्कूलो के खिलाफ कार्रवाई की गई है उन्हें राहत दिलाने के साथ ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री और बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल से वार्ता कराने की बात कही।
अमान्य स्कूलों के संचालकों का कहना है कि इन अमान्य स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चे पढ़ रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए बिना मान्यता के संचालत स्कूलों को मानक पूरे करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाए। इसके अलावा, सम्मेलन में मान्यता के लिए आवेदन करने वाले अमान्य स्कूलों को तत्काल मान्यता प्रदान करने की बात कही गई है। एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स उत्तर प्रदेश के अध्यक्षअतुल कुमार ने कहा है कि मानकों में शिथिलता बरती जाए। ताकि, इन स्कूलो में पढ़ने वाले बच्चे और यहां के शिक्षकों को राहत मिल सके। संगठन ने शिक्षा के अधिकार के तहत चयनित बच्चों के दाखिले इन अमान्य स्कूलों में कराए जाने, आरटीई की बकाया प्रतिपूर्ति तुरंत उपलब्ध कराने और सरकारी स्कूलों में होने वाले प्रति छात्र के व्यय को घोषित किए जाने की मांग उठाई गई है।