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एटा : पुलिस चाहती तो बच सकती थी शिक्षिका की जान, समय रहते मामले की तह में जाने की नहीं हुई कोशिश, हत्या का मुकदमा एका से सकीट थाने में स्थानांतरित

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एटा : पुलिस चाहती तो बच सकती थी शिक्षिका की जान, समय रहते मामले की तह में जाने की नहीं हुई कोशिश, हत्या का मुकदमा एका से सकीट थाने में स्थानांतरित

जागरण संवाददाता, एटा : पुलिस चाहती तो यादगारपुर की शिक्षिका की जान बच सकती थी। पुलिस को भलीभांति मालूम था कि मामला प्रेम प्रसंग का है, लेकिन फिर भी वह गुमशुदगी की तहरीर पर ही टिकी रही, मामले की तह में जाने की कोशिश नहीं की गई। 1शिक्षिका का शव 25 जून को फीरोजाबाद जिले के एका क्षेत्र में बरामद हुआ था। शव मिलने के बाद शिक्षिका के परिजनों ने आरोप लगाया कि लड़का और उसके पक्ष के लोगों ने उनकी बेटी की हत्या की है। इतना ही नहीं उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया। लड़की के परिजनों ने लड़के के पक्ष के कई लोगों को नामित करते हुए तहरीर फीरोजाबाद और सकीट पुलिस को दी और आरोप लगाया कि इन लोगों ने ही हत्या की है, लेकिन पुलिस ने तहरीर में दिए गए नाम विवेचना में शामिल नहीं किए। भले ही सार्वजनिक तौर पर दोनों पक्षों के लोग शिक्षिका और उसके प्रेमी के प्रेम संबंधों को स्वीकार न कर रहे हों, लेकिन इस बात को पुलिस तथा दोनों के परिवार लोग अच्छी तरह जानते हैं कि प्रेम संबंधों के चलते दोनों घर से भागे थे। शिक्षिका की हत्या किसने की, यह एक बड़ा सवाल अभी भी बना हुआ है। मामले की छानबीन से पता चला कि शिक्षिका और उसके प्रेमी दोनों एक ही स्कूल में पढ़ाते थे। दोनों जब एक साथ गायब हुए तो सबको पता चल गया कि असली माजरा क्या है। दोनों के गायब होने के बाद लड़का और लड़की पक्ष ने सकीट पुलिस को गुमशुदगी की तहरीरें दीं। इस संबंध में लड़की पक्ष ने न तो अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया और न ही लड़का पक्ष ने। पुलिस यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि गुमशुदगी दर्ज हुई थी, लिहाजा दोनों को ढूंढ़ने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।1दोनों 11 अप्रैल 2018 को गायब हुए थे। इसके बाद 25 जून को लड़की का शव मिला। पता लगाने वाली बात यह है कि इस अवधि में प्रेमी युगल आखिर कहां रहे। इसके बाद शिक्षिका को जिसने मारा वह हत्यारों के हाथ कैसे लग गई। यह भी जानने की कोशिश अभी तक नहीं की गई। हालांकि फीरोजाबाद पुलिस ने शिक्षिका के अपहरण और हत्या का मुकदमा अज्ञातों के खिलाफ दर्ज कर लिया, लेकिन उसकी विवेचना दो कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई। इस पूरे एपीसोड में पुलिस की नाकामी साफ नजर आती है।1आरोप-प्रत्यारोप: शिक्षिका के पिता का कहना है कि लड़के के परिजनों ने उनकी बेटी की हत्या की है। लड़की पक्ष प्रेम प्रसंग की बात ही सामने नहीं लाना चाहता। ऐसे में शिक्षिका की हत्या की जांच और ज्यादा उलझ रही है। लड़का पक्ष का कहना है कि शिक्षिका के परिजनों ने ही ऑनर किलिंग के चलते अपनी बेटी के साथ उनके बेटे की भी हत्या कर दी और शव गायब कर दिया है। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है। ऐसे में कौन सही है यह जांच का एक गंभीर विषय है।1प्रेमी पक्ष भी आया सामने: कई दिन से प्रेमी पक्ष के ऊपर लग रहे हत्या के आरोपों के बाद पहली बार वह सोमवार को सामने आया। गांव महगानी के करीब चार दर्जन लोग एएसपी संजय कुमार से मिले और उनसे मांग की कि पूरे मामले की न्याय संगत जांच होनी चाहिए। जो शिकायती पत्र पुलिस को दिया गया है उसमें शिक्षिका के पिता पर सीधे हत्या का आरोप लगाया गया है। एएसपी ने मामले की जांच कराने का आश्वासन लोगों को दिया है।जागरण संवाददाता, एटा : पुलिस चाहती तो यादगारपुर की शिक्षिका की जान बच सकती थी। पुलिस को भलीभांति मालूम था कि मामला प्रेम प्रसंग का है, लेकिन फिर भी वह गुमशुदगी की तहरीर पर ही टिकी रही, मामले की तह में जाने की कोशिश नहीं की गई। 1शिक्षिका का शव 25 जून को फीरोजाबाद जिले के एका क्षेत्र में बरामद हुआ था। शव मिलने के बाद शिक्षिका के परिजनों ने आरोप लगाया कि लड़का और उसके पक्ष के लोगों ने उनकी बेटी की हत्या की है। इतना ही नहीं उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया। लड़की के परिजनों ने लड़के के पक्ष के कई लोगों को नामित करते हुए तहरीर फीरोजाबाद और सकीट पुलिस को दी और आरोप लगाया कि इन लोगों ने ही हत्या की है, लेकिन पुलिस ने तहरीर में दिए गए नाम विवेचना में शामिल नहीं किए। भले ही सार्वजनिक तौर पर दोनों पक्षों के लोग शिक्षिका और उसके प्रेमी के प्रेम संबंधों को स्वीकार न कर रहे हों, लेकिन इस बात को पुलिस तथा दोनों के परिवार लोग अच्छी तरह जानते हैं कि प्रेम संबंधों के चलते दोनों घर से भागे थे। शिक्षिका की हत्या किसने की, यह एक बड़ा सवाल अभी भी बना हुआ है। मामले की छानबीन से पता चला कि शिक्षिका और उसके प्रेमी दोनों एक ही स्कूल में पढ़ाते थे। दोनों जब एक साथ गायब हुए तो सबको पता चल गया कि असली माजरा क्या है। दोनों के गायब होने के बाद लड़का और लड़की पक्ष ने सकीट पुलिस को गुमशुदगी की तहरीरें दीं। इस संबंध में लड़की पक्ष ने न तो अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया और न ही लड़का पक्ष ने। पुलिस यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि गुमशुदगी दर्ज हुई थी, लिहाजा दोनों को ढूंढ़ने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।1दोनों 11 अप्रैल 2018 को गायब हुए थे। इसके बाद 25 जून को लड़की का शव मिला। पता लगाने वाली बात यह है कि इस अवधि में प्रेमी युगल आखिर कहां रहे। इसके बाद शिक्षिका को जिसने मारा वह हत्यारों के हाथ कैसे लग गई। यह भी जानने की कोशिश अभी तक नहीं की गई। हालांकि फीरोजाबाद पुलिस ने शिक्षिका के अपहरण और हत्या का मुकदमा अज्ञातों के खिलाफ दर्ज कर लिया, लेकिन उसकी विवेचना दो कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई। इस पूरे एपीसोड में पुलिस की नाकामी साफ नजर आती है।1आरोप-प्रत्यारोप: शिक्षिका के पिता का कहना है कि लड़के के परिजनों ने उनकी बेटी की हत्या की है। लड़की पक्ष प्रेम प्रसंग की बात ही सामने नहीं लाना चाहता। ऐसे में शिक्षिका की हत्या की जांच और ज्यादा उलझ रही है। लड़का पक्ष का कहना है कि शिक्षिका के परिजनों ने ही ऑनर किलिंग के चलते अपनी बेटी के साथ उनके बेटे की भी हत्या कर दी और शव गायब कर दिया है। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है। ऐसे में कौन सही है यह जांच का एक गंभीर विषय है।1प्रेमी पक्ष भी आया सामने: कई दिन से प्रेमी पक्ष के ऊपर लग रहे हत्या के आरोपों के बाद पहली बार वह सोमवार को सामने आया। गांव महगानी के करीब चार दर्जन लोग एएसपी संजय कुमार से मिले और उनसे मांग की कि पूरे मामले की न्याय संगत जांच होनी चाहिए। जो शिकायती पत्र पुलिस को दिया गया है उसमें शिक्षिका के पिता पर सीधे हत्या का आरोप लगाया गया है। एएसपी ने मामले की जांच कराने का आश्वासन लोगों को दिया है।तीन दिन पूर्व यह मामला समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच गया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा की छह सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया और निर्देश दिए कि पूरे मामले की तहकीकात कर कमेटी उन्हें रिपोर्ट दे। इसके बाद यह कमेटी मंगलवार को गढ़िया यादगारपुर पहुंचेगी, जहां शिक्षिका के परिजनों से मुलाकात कर जिले के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से भी मिलेगी। समाजवादी का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता इस मामले में राजनीति कर रहे हैं और लड़की पक्ष की बात दबाने की कोशिश की जा रही है, इसलिए सपा को आगे आना पड़ा। उधर सकीट और रिजोर पुलिस लड़के के गांव महगानी पहुंची और मामले की पड़ताल की।सपा का जांच दल आज पहुंचेगा गढ़िया यादगारपुर

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