मदरसे की शिक्षिका से होगी12 साल के वेतन की रिकवरी
वाराणसी। अर्दलीबाजार स्थित मदरसा खानम जानम में फर्जी तरीके से नियुक्त शिक्षिका से 12 वर्ष के वेतन की रिकवरी होगी। इस संबंध में अल्पसंख्यक विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। जिला अल्पसख्यक अधिकारी विजय प्रताप यादव ने बताया कि मदरसे के प्रबंधक का वित्तीय पावर सीज कर दिया गया है। वहां एकल परिचालन व्यवस्था लागू कर दी गई है। इस मामले का उल्लेखनीय पहलू यह है कि शिक्षिका मदरसा के प्रबंधक की पत्नी हैं।
मदरसा खानम जान में फर्जी नियुक्ति का मामला सात माह पहले उजागर हुआ था, कार्रवाई अब हुई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण ने गुरुवार को मदरसा में फर्जी नियुक्ति के मामले में कार्यवाहक प्रधानाचार्य सहित तीन के खिलाफ कैण्ट थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। शुक्रवार को फर्जी तरीके से नियुक्त शिक्षिका नौशाबा नसरीन से वेतन रिकवरी कराने का आदेश जारी किया। साथ ही उन्होंने मदरसा प्रबंधक शहाबुद्दीन लोदी के वित्तीय अधिकार छीन लिया है।
नौशाबा प्रबंधक शहाबुद्दीन लोदी की पत्नी हैं। उनकी मदरसे में आलिया में शिक्षिका के रूप में 2006 में नियुक्ति हुई थी। जानकारी होने पर इस फर्जीवाड़े की इसी वर्ष जनवरी में जांच कराई थी। जांच में नौशाबा की डिग्री फर्जी मिली थी। जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने जांच रिपोर्ट मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार को भेज दी थी। रजिस्ट्रार ने अप्रैल में उनकी नियुक्ति को निरस्त करने की संस्तुति करने के साथ ही वेतन रिकवरी का आदेश दिया था।