स्कूल भवन निर्माण में धांधली, आइएएस-पीसीएस समेत 13 अफसर फंसे
लाखों रुपये की धांधली में एक आइएएस, तीन पीसीएस, एक पीईएस (प्रोवेंशियल इंजीनियरिंग सर्विस) समेत 13 राजपत्रित अफसर और प्रधान फंस गए हैं। ...
चित्रकूट (जेएनएन)। जूनियर हाईस्कूल के भवन निर्माण में लाखों रुपये की धांधली में एक आइएएस, तीन पीसीएस, एक पीईएस (प्रोवेंशियल इंजीनियरिंग सर्विस) समेत 13 राजपत्रित अफसर और प्रधान फंस गए हैं। न्यायालय ने इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। आइएएस की लखनऊ सचिवालय में तैनाती है। मंगलवार देर शाम अफसरों के खिलाफ मुकदमे का मामला चर्चा में आने के बाद हलचल मच गई।
मामला पहाड़ी थाना के ममसी बुजुर्ग के बसंतपुर गांव का है। यहां वर्ष 2006-07 में साढ़े सात लाख रुपये की लागत से जूनियर हाईस्कूल भवन का निर्माण हुआ था लेकिन, खराब निर्माण के कारण इसका एक भी दिन इस्तेमाल नहीं किया गया।
शिकायत पर हुई जांच के बाद तकनीकी टीम ने इसे निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया था। लाखों रुपये की बर्बादी के बाद भी अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की तो गांव के राजकुमार ने कदम आगे बढ़ाए। उन्होंने सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल किया। पहाड़ी थानाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह पटेल ने बताया कि कोर्ट के आदेश के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
इनके खिलाफ मुकदमे के आदेश
तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी आइएएस ए. दिनेश कुमार और पीसीएस अधिकारी जेपी पांडेय, तत्कालीन एसडीएम दुर्गेश मिश्रा व वर्तमान एसडीएम सुभाषचंद्र यादव, तत्कालीन डीपीआरओ आरपी सिंह, खंड विकास अधिकारी शेर बहादुर व मिश्रीलाल, बीईओ ओम प्रकाश मिश्रा, पूर्व प्रधान ममसी दिनेश सिंह,
पूर्व प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार, पूर्व खंड शिक्षाधिकारी जितेंद्र सिंह गौड़, पूर्व जिला बेसिक अधिकारी आनंद कुमार शर्मा, लिपिक सत्येंद्र सिंह, बीईओ विनोद कुमार पटेरिया, लिपिक रामप्रकाश गौतम, पीडब्ल्यूडी के तत्कालीन अधिशासी अभियंता।