लोक सेवा आयोग, पीसीएस प्री-2018 परीक्षा टली, अब अक्टूबर में होगी
इलाहाबाद । लोक सेवा आयोग की पीसीएस तथा सहायक वन संरक्षक एवं क्षेत्रीय वन अधिकारी (एसीएफ एण्ड आरएफओ) प्रारंभिक परीक्षा 2018 टल गई है। यह परीक्षा 19 अगस्त के बजाए अब 28 अक्टूबर को कराई जाएगी। इस कारण 28 अक्टूबर को पहले से प्रस्तावित राजकीय डिग्री कॉलेज स्क्रीनिंग परीक्षा 2017 को भी स्थगित कर दिया गया है।
आयोग ने अभी स्क्रीनिंग परीक्षा की तिथि नहीं घोषित की गई है। आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार की ओर से जारी सूचना में परीक्षा टालने की वजह स्पष्ट नहीं की गई है। बस अपरिहार्य कारणों से लिखा गया है। पर आयोग सूत्रों का कहना है कि इसकी मुख्य वजह आवेदकों की संख्या में वृद्धि होना है। इस वजह से आयोग को करीब दस और जिलों में परीक्षा का इंतजाम करना करना या कुछ जिलों में परीक्षा केंद्र बढ़ाना होगा।
तकरीबन दो लाख बढ़े आवेदक
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए पिछले वर्षों में लगभग चार से साढ़े चार लाख आवेदन होते थे। इस बार अब तक आवेदकों की संख्या 6.47 लाख हो चुकी है जबकि आवेदन अभी छह अगस्त तक होने हैं। जाहिर है कि यह संख्या अभी और बढ़ेगी। आवेदकों की संख्या में इजाफे की मुख्य वजह यह है कि पहली बार आयोग पीसीएस और एससीएफ एवं आरएफओ की प्रारंभिक परीक्षा एक साथ करवा रहा है। पहले यह दोनों परीक्षा अलग-अलग आयोजित की जाती थी।
शुरू से चुनौती मानी जा रही थी परीक्षा
पीसीएस प्री परीक्षा आमतौर पर 20 से 21 जिलों में आयोजित की जाती थी लेकिन आवेदकों की संख्या बढ़ने के कारण इस बार लगभग दस जिले और बढ़ाने होंगे या कुछ जिलों के सेंटर में इजाफा करना होगा। इसके लिए संबंधित जिलों से निर्धारित प्रारूप पर सूचना लेनी होगी। सूचना मिलने के बाद ही परीक्षा केंद्रों का निर्धारण हो सकेगा। आवेदन की अंतिम तिथि छह अगस्त है और परीक्षा 19 अगस्त को प्रस्तावित थी। बचे हुए 12 दिनों में सभी आवेदकों का प्रवेश पत्र वेबसाइट पर अपलोड कर परीक्षा के अन्य इंतजाम कर पाना मुश्किल था। इसलिए आयोग के लिए यह परीक्षा 19 अगस्त को करा पाना शुरू से ही चुनौती मानी जा रही थी। 29 जुलाई को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा समाप्त होने के बाद आपके अपने 'हिन्दुस्तान' अखबार में इस चुनौती को लेकर खबर भी प्रकाशित की गई थी।
पद ज्यादा होने से भी बढ़े आवेदक
पीसीएस, एससीएफ एण्ड आरएफओ प्री-2018 परीक्षा में आवेदकों की संख्या बढ़ने के पीछे एक और अहम वजह इस परीक्षा में पदों की संख्या भी है। इस परीक्षा में अब तक 917 पद घोषित किए गए हैं। आयोग के नियमानुसार प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने तक आयोग को शासन से पीसीएस संवर्ग के जितने भी रिक्त पदों की जानकारी मिलती है उसे मौजूदा पीसीएस परीक्षा में शामिल कर लिया जाता है। स्पष्ट है कि पदों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है। इस परीक्षा के लिए अब तक मिले 6.47 लाख आवेदन वास्तविक आवेदक हैं। इसलिए क्योंकि आयोग ने इस परीक्षा से नया प्रयोग शुरू करते हुए आवेदकों को अपने आवेदन पत्र में होने वाली गलती को सुधारने का एक मौका दिया है। पूर्व के वर्षों में गलती होने पर आवेदक दुबारा फार्म भरते थे इस वजह से पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या तो अधिक दिखती थी लेकिन वास्तवित परीक्षार्थी कम होते थे। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है।