इलाहाबाद : यूपी बोर्ड में अब कालेज के अक्षांश व देशांतर का दिखेगा नक्शा, हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 2019 के परीक्षा केंद्र निर्धारण में इस बार कई नियम बदले
इलाहाबाद । हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 2019 के परीक्षा केंद्र निर्धारण में इस बार कई नियम बदले हैं। इस बार कालेज की मोबाइल एप से मैपिंग कराने पर प्रधानाचार्य वेबसाइट पर अपने संस्था का नक्शा भी देख सकेंगे। यही नहीं, बोर्ड प्रशासन भी केंद्र निर्धारण किस क्षेत्र में अधिक और कहां नहीं हो रहा है, ये आकलन मुख्यालय पर बैठकर ही कर सकेगा। इस कदम से कालेज अब बोर्ड प्रशासन को गुमराह नहीं कर सकेंगे। 1 अगले वर्ष की परीक्षा तैयारियों में जुटा है। केंद्र निर्धारण के मानक कमोबेश पिछले वर्ष जैसे ही हैं, सिर्फ कुछ नई शर्ते जोड़ी गई हैं। एक वर्ष की अवधि में कुछ कालेजों ने नई तकनीक को अपनाया है, इसी को ध्यान में रखकर नए सिरे से हर कालेज से रिपोर्ट मांगी गई है। पिछले वर्ष एक कालेज से दूसरे के बीच की दूरी तय करने को लेकर सबसे अधिक परेशानी हुई थी। इसकी वजह यह रही कि कुछ कालेज प्रधानाचार्यो ने तो परिसर से ही अक्षांश व देशांतर की रिपोर्ट वेबसाइट पर भेजी लेकिन, कई ने इसके लिए साइबर कैफे या फिर अन्य स्थानों से रिपोर्ट भेज दी। ऐसे में यह तय नहीं हो सका कि आखिर कालेजों के बीच की हकीकत में दूरी क्या है। इसीलिए केंद्र निर्धारण की पहली सूची आने पर हंगामा मचा था। इसका संज्ञान लेकर बोर्ड प्रशासन ने फिर मोबाइल एप का प्रयोग किया है लेकिन, इसमें यह व्यवस्था दी गई है कि कालेज के अक्षांश व देशांतर का नक्शा भी तत्काल वेबसाइट पर दिखेगा। इस व्यवस्था से केंद्र निर्धारण कंप्यूटर के जरिए करने में काफी सहूलियत मिलना तय है और गलतियां होने की गुंजाइश नहीं होगी। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि पूरा प्रयास है कि हर कार्य पारदर्शी तरीके से हो इसीलिए तकनीक का पूरा इस्तेमाल किया जा रहा है। जिन स्कूलों ने आज के दौर के संसाधन सीसी कैमरा, वायस रिकॉर्डर व बायोमैटिक हाजिरी आदि का प्रबंध किया है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।