56 हजार नौनिहालों को तालीम दे रहे महज 543 शिक्षक
अमेठी : 543 परिषदीय विद्यालय ऐसे है, जहां पर एक शिक्षक केसहारे बच्चों का...
जागरण संवाददाता, अमेठी : 543 परिषदीय विद्यालय ऐसे है, जहां पर एक शिक्षक केसहारे बच्चों का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी दी गई। शिक्षकों के अभाव में 56 हजार 42 छात्रों का भविष्य अंधकारमस हो गया है। मजे की बात तो यह है कि सरकार की महात्वाकांक्षी योजना के तहत संचालित माडल स्कूलों में भी शिक्षकों का टोटा है।
जिले भर में 1337 प्राथमिक व 433 उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित है। इन विद्यालयों में कुल एक लाख 59 हजार दो सौ 35 छात्र अध्ययनरत है। अध्ययनरत छात्रों के भविष्य को तराशने के लिए कुल दो हजार नौ सौ 52 शिक्षक नियुक्त किये गए है। इसमें 494 प्राथमिक के 52 हजार छह सौ 25 व 49 उच्च प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत तीन हजार चार सौ 17 छात्रों को एक अध्यापक द्वारा शिक्षा प्रदान की जा रही है। इतना ही नहीं जिला मुख्यालय पर संचालित माडल स्कूल पचेहरी में 268 बच्चों के सापेक्ष एक शिक्षक व एक शिक्षामित्र, जबकि माडल स्कूल टिकरिया में महज एक शिक्षक के सहारे 88 बच्चों को अच्छी तालीम देने का प्रयास किया जा रहा है।
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-अभिभावक भी दाखिला कराने से हैं कतराते
परिषदीय स्कूल में एक शिक्षक होने के चलते जहां शिक्षकों को शिक्षण कार्य में समस्या होती है। तो वहीं अभिभावक भी अपने बच्चों का दाखिला कराने से कतराते है
-शिक्षकों का अभाव बनी समस्या
जिले में पद के सापेक्ष शिक्षकों की कमी है, जिसके चलते कई विद्यालयों में एक ही शिक्षक की तैनाती की गई है। बावजूद इसके बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए विकल्प तलाश किया जाएगा।
-विनोद कुमार मिश्रा
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अमेठी