बुलन्दशहर : अबडीएम स्वयं करेंगे केजीबीवी की मॉनिटरिंग
बुलंदशहर : प्रदेश के देवरिया व बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका उत्पीड़न के मामले सामने अ...
बुलंदशहर : प्रदेश के देवरिया व बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका उत्पीड़न के मामले सामने आने पर शासन बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर हो गया है। हालांकि जिले में बालिका सुरक्षा गृह तो नहीं है, लेकिन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं की सुरक्षा को नई रणनीति बनाई है। विद्यालयों की सुरक्षा की अब डीएम स्वयं मॉनिट¨रग करेंगे। विद्यालयों में पुरुषों का प्रवेश विशेष परिस्थितियों के अलावा निषेध कर दिया है। साथ ही छात्राओं व स्टाफ को आइकार्ड अनिवार्य रूप से जारी किए जाएंगे।
जिले में कुल 16 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हैं। इनमें छह से 14 वर्ष की लगभग 1600 छात्राएं आवासीय शिक्षा ग्रहण करती हैं। आवासीय होने के कारण व बिहार के मुजफ्फरपुर व उत्तर प्रदेश के देवरिया की घटनाओं को देखते हुए इन विद्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई। राज्य परियोजना निदेशक डा. वेदपति मिश्र ने जिला शिक्षा परियोजना समिति के अध्यक्ष व डीएम और बीएसए को निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में उन्होंने बताया है कि विद्यालयों में पंजीकृत छात्राओं की सुरक्षा की मॉनिट¨रग अब डीएम स्वयं करेंगे। वह प्रत्येक माह विद्यालय की वार्डन व जिला समन्वयक की बैठक लेकर सुरक्षा संबंधी व अन्य समस्या की जानकारी लेकर करेंगे और उसका निदान कराएंगे। छात्राओं व स्टाफ को बीएसए के हस्ताक्षर वाले आइकार्ड जारी किए जाएंगे। विद्यालय समय में छात्राएं व स्टाफ गले में कार्ड पहने रहेंगे। बाहर से आने वाले पुरुषों का प्रवेश विशेष परिस्थितियों में ही होगा। स्टाफ या अन्य बाहरी व्यक्ति चौकीदार के पास रखे रजिस्टर में हस्ताक्षर समेत पूरा विवरण भरेगा। प्रत्येक छात्रा का अभिभावक के फोटो के साथ प्रोफाइल बनाया जाएगा। बिना अभिभावक के कोई भी छात्रा अगर बाहर जाती है तो यह जिम्मेदारी वार्डन की होगी। सीसीटीवी कैमरे से होगी सुरक्षा
प्रत्येक विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। बीएसए माह में एक बार, जिला समन्वयक दो बार और बीईओ माह में चार बार अपने क्षेत्र के विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। वह सीसीटीवी की फुटेज भी चेक करेंगे। देखेंगे कि सीसीटीवी में आपत्तिजनक फुटेज तो नहीं है। साथ ही बायोमैट्रिक मशीन से स्टाफ व छात्राओं की प्रतिदिन चार बार उपस्थिति दर्ज की जाएगी। रात्रि के समय वार्डन सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान रखेंगी। रात्रि में महिला होमगार्ड या महिला पुलिसकर्मी आवश्यक रूप से गश्त करेंगी।
इन्होंने कहा..
निदेशक के निर्देश मिल चुके हैं। इस संबंध में बीईओ, जिला समन्वयक व विद्यालयों की वार्डन को अवगत करा दिया है। किसी भी सूरत में छात्राओं की सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
अम्बरीष कुमार, बीएसए