अव्यवस्था के बीच पढ़ रहीं कस्तूरबा की बेटियां
महराजगंज: महराजगंज जिले में परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की तरह कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों का भी बुरा हाल है। अव्यवस्था व असुरक्षा के बीच बेटियां शिक्षा ग्रहण करने को विवश हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बालिकाओं को शिक्षित बनाने के लिए जिले में कुल 13 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित किए जाते हैं। 100 छात्राओं की संख्या वाले इस विद्यालयों में उन्हें बेहतर सुविधाएं कराने का प्रावधान है।
। दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि विद्यालयों में शिक्षा तो प्रदान की जा रही है , मगर विद्यालय अव्यवस्था के बीच चल रहे हैं। कहीं शिक्षक नदारद मिले, तो कहीं छात्राओं की उपस्थिति कम मिल रही है। जर्जर भवन, जलजमाव, शौचालय की भी समस्या आमतौर पर सामने दिखी। जागरण टीम ने मंगलवार को जिले के पांच कस्तूरबा विद्यालयों पर पहुंचकर वहां की स्थिति को जानने का प्रयास किया तो पता चला कि व्यवस्था जैसे-तैसे चल रही है। विद्यालयों पर जहां जिम्मेदारों का ध्यान नहीं है , वहीं र्किमयों का मनमानापन भी जारी है। व्यवस्था सुधारने के लिए जिम्मेदारों द्वारा काफी कुछ करने की आवश्?यकता है।
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सदर में 22 छात्राएं व तीन पार्ट टाइम शिक्षक मिले अनुपस्थित
स्थान---- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, धनेवा-धनेई
समय- 11 बजकर 15 मिनट
दिन-मंगलवार
धनेवा में स्थित कस्तूरबा विद्यालय में नामांकित 100 छात्राओं में 78 मौजूद मिली। विद्यालय के कार्यालय में वार्डेन ममता श्रीवास्तव, फुल टाइम टीचर मीना गुप्ता, प्रियंका पांडेय, मुन्नी पासवान व भावना श्रीवास्तव तथा पार्ट टाइम टीचर दीनू पटेल मौजूद मिलीं। कक्षा आठ में शिक्षिका कल्पना, नीरज व कक्षा सात में बीटासी प्रशिक्षु प्रमिला पढ़ाती मिलीं। कक्षा छह की कक्षाओं में बिना शिक्षक के छात्राएं पढ़ती मिलीं। पार्ट टाइम शिक्षक इकबाल, अजय व योगेश अनुपस्थित मिले। लेखाकार विजयेंद्र ¨सह व अनुचर विजय मौजूद मिले। वार्डेन ने बताया कि अनुपस्थित 22 छात्राएं बीमार होने की वजह से घर भेजी गई हैं। मध्यावकाश के दौरान परिसर में मौजूद छात्राओं ने बताया कि उन्हें नाश्ता दिया गया है, भोजन छुट्टी के बाद मिलेगा। रसोईया रेशमा, शैल देवी व रीता भोजन बनाती मिली । मीनू के मुताबिक रोटी, सब्जी, दाल व चावल बनता मिला।
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जर्जर भवन में रह रही हैं'बा'की बेटियां
स्थान: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, लक्ष्मीपुर
समय- सुबह 11:25 बजे
दिन- मंगलवार
लक्ष्मीपुर ब्लाक में स्थित कस्तूरबा विद्यालय बदहाल व्यवस्था के बीच चल रहा है। टूटे दरवाजे व शीलन भरे छत हकीकत को बयां कर रहे हैं। छात्राएं इस भवन में रहने को मजबूर हैं मगर जिम्मेदार बेखबर हैं। विद्यालय में पंजीकृत 100 में से कुल 85 छात्राएं मौजूद मिलीं। वार्डेन वंदना मिश्रा समेत आठ शिक्षक मौजूद मिले, जबकि शिक्षिका दुर्गेश नंदनी बिना बताए अनुपस्थित थीं । यहां तैनात रसोइया भोजन बनाने में लगी हुई थी। आवासीय कमरा साफ-सुथरा मिला मगर दरवाजा बदहाल। छत में दरार के कारण बारिश होने पर छात्राओं को असुविधा का सामना करना पड़ता है। शौचालय की व्यवस्था ठीक मिली। मानक के मुताबिक रसोइयों द्वारा भोजन बनाया जा रहा था। छात्राओं ने कहा कि स्टाफ का व्यवहार व भोजन की गुणवत्ता बेहतर है। भवन की व्यवस्था को सुधारने की आवश्यकता है।
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विद्यालय भवन से पानी टपकने से परेशान हैं छात्राएं
स्थान--- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बसडीला
समय- 11 बजकर 45 मिनट
दिन मंगलवार
पनियरा ब्लाक के ग्राम बसडीला में स्थित कस्तूरबा विद्यालय का भवन भी जर्जर है। तेज बारिश होने पर विद्यालय की छत से पानी टपकने लगता है । जिससे छात्राओं व शिक्षकों को काफी समस्या आती है। विद्यालय भवन का अगला हिस्सा क्रेक हो रहा है तथा परिसर में जलजमाव होने से बच्चों में संक्रामक रोग का खतरा भी बढ़ रहा है। विद्यालय में वार्डेन प्रभा त्रिपाठी के साथ फुल टाइम टीचर रंजना गोड़, गुलशन, शैलेश्वरी तथा पार्टटाइम टीचर वरूणेंद्र चतुर्वेदी, शत्रुध्न पांडेय, उर्दू शिक्षिका शमा अफरोज आदि मौजूद थीं । विद्यालय में नामांकित 100 छात्राओं में 60 मौजूद मिलीं , अन्य छात्राओं के बारे में बताया गया कि 20 छात्राएं बीमार होने के कारण घर गई हैं । जबकि 20 छात्राएं गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूल नहीं आईं। अभिभावकों से कई बार फोन कर कहा गया , मगर अभी तक वह आईं नहीं। विद्यालय में एमडीएम बन चुका था।
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वार्डेन के भरोसे मिली 93 छात्राएं
स्थान-- कस्तूरबा गांधी विद्यालय, बरडाड़, धानी
समय- दोपहर 12 बजे
धानी विकास खंड के ग्राम सभा बरडाड़ में चल रहे कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में 100 की जगह 93 छात्राएं मौजूद मिली। भवन जर्जर स्थिति में है। वार्डेन पूनम ¨सह विद्यालय में मौजूद मिली, जबकि फुल टाईमटीचर नेहा प्रियर्दिशनी व अर्चना चौधरी अनपुस्थित रहीं। हेड रसोईया आशा देवी भी अवकाश पर बताई गईं। पार्ट टाईम टीचर शाहिद परवेज, जयप्रकाश यादव व अर¨वद कुमार अपने-अपने कक्षा में पढ़ा रहे थे। लेखाकार आदित्य कुमार, अनुचर अनरजीत व चौकीदार संजय मौजूद मिले। वार्डेन ने बताया कि रात के समय छात्राओं के साथ अकेले रहने से समस्या आती है। छात्राओं की सुरक्षा के ²ष्टिगत और मजबूत ढांचा बनाने की पहल करनी चाहिए , ताकि छात्राओं को भयमुक्त माहौल में शिक्षा दी जा सके।
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बदहाल मिला शौचालय की स्थिति
स्थान-कस्तूरबा गांधी विद्यालय, गड़ौरा
समय- दोपहर 12.30 बजे
दिन मंगलवार
निचलौल ब्लाक के गड़ौरा बाजार में स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय की स्थिति आज भी बहुत खराब है। विद्यालय में शौचालय की स्थिति काफी बदहाल मिली। आबादी से दूर होने की वजह से सुरक्षा को लेकर हमेशा ¨चता रहती है। विद्यालय का चहारदीवारी न होने से भवन खुला हुआ है। चहारदीवारी न होने के कारण बाहरी पशु अक्सर के मैदान में आ जाते है। वार्डन रागिनी ¨सह कार्यालय में बैठी मिलीं। उन्होंने बताया कि विद्यालय में नामांकित 100 छात्राओं में 75 मौजूद मिलीं जबकि 25 बीमार होने की वजह से घर गई बताई गईं। विद्यालय पर तैनात चार फुल टाइम व दो पार्ट टाइम शिक्षक मौजूद मिले। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के ²ष्टिगत अविलंब बाउंड्री का निर्माण कराया जाना आवश्यक है।