सत्र परीक्षा नजदीक, बच्चों को नहीं मिल पाई किताबें
जागरण संवाददाता,औरैया: चालू शिक्षा सत्र में अप्रैल व मई बिना किताबों के ही निकल गया। ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई में पुन: स्कूल खुल चुके है। दूसरा महीना बीतने को है। फिर भी बच्चे बिना किताबों के ही स्कूल जा रहे है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से भेजी गई समय सारणी के अनुसार अगस्त माह में सत्र परीक्षा है। इस सत्र परीक्षा तक सभी छात्रों के बस्ते में किताबें नहीं पहुंच पाएंगी। 11 जून को क्रय आदेश जारी हुआ है। अब 75 से 90 दिनों में किताबों की आपूर्ति होगी।
जनपद के लगभग 1652 विद्यालयों में लगभग एक लाख दस हजार छात्र छात्राओं को आठवीं तक निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरित की जानी हैं। इनमें प्राथमिक व उच्च प्राथमिक, अनुदानित जूनियर हाईस्कूल, राजकीय व अनुदानित इंटर कॉलेज शामिल है। निदेशक बेसिक शिक्षा डॉ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर ¨सह की ओर से भेजे गए दिशा निर्देश के अनुसार जनपद में उर्दू माध्यम की पाठ्य पुस्तकों के लिए आगरा, इलाहबाद, मथुरा व लखनऊ के चार प्रकाशक आवंटित किए गए है। अंग्रेजी माध्यम की किताबों के लिए गाजियाबाद व आगरा के दो प्रकाशक तय है। हिन्दी माध्यम की पुस्तकें तीन प्रकाशकों द्वारा भेजी जाएंगी। प्रकाशकों को क्रय आदेश वास्तविक छात्र संख्या के आधार पर करने को कहा गया है। प्रकाशकों के लिए पुस्तकों की आपूर्ति की अंतिम तिथि दो सितंबर निर्धारित की गई है।
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तीन दिन में सत्यापन
निदेशक द्वारा भेजे गए पत्र में बच्चों तक किताबें जल्दी पहुंचे। इसके लिए आपूर्ति प्राप्त होने के बाद तीन दिनों में गुणवत्ता सत्यापन के निर्देश दिए गए है। सत्यापन के लिए प्रकाशकों द्वारा भेजे जाने वाली नमूनों की किताबों पर एडी बेसिक हस्ताक्षर करेंगे। इन्हीं किताबों से छपाई व गुणवत्ता का सत्यापन होगा। गुणवत्ता ठीक न होने पर नियमानुसार कटौती होगी।
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क्या कहते जिम्मेदार
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसपी ¨सह ने बताया कि क्रय आदेश जून में ही जारी कर दिया गया था। पाठ्य पुस्तकें आ गई है। उनका वितरण भी करा दिया गया है। जल्द ही बची पाठ्य पुस्तक आने की संभावना है। जैसे ही पुस्तकें आती है, उनका सत्यापन