गरीब बच्चों का सहारा बनीं शिक्षिका सरिता
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बाराबंकी : दो वर्ष पूर्व स्कूल में बच्चों के बैठने की व्यवस्था नहीं थी। कई छात्र, छात्राओं के पास शिक्षण सामग्री तक उपलब्ध नहीं थी। बच्चों के इस दर्द को प्राथमिक विद्यालय सराय अकबराबाद में तैनात प्रधानाध्यापिका सरिता रस्तोगी ने समझा। उन्होंने स्वयं के वेतन से छात्रों को शिक्षण सामग्री तो उपलब्ध कराई ही साथ ही स्कूल में अन्य शिक्षिकाओं के साथ मिलकर अपने वेतन से ही बेंच व सीटें भी उपलब्ध करा दी। बस फिर क्या था बच्चों ने भी पढ़ाई में लगन दिखाई और वे बेहतर शिक्षण कार्य करने लगे।
स्वच्छता में मिल चुका है पुरस्कार : शहर के आवास विकास निवासी शिक्षिका सरिता बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ उन्हें स्वच्छता का पाठ भी पढ़ा रहीं है। स्वच्छता में बेहतरी को लेकर स्वच्छता का पुरस्कार भी प्राप्त कर चुकी हैं।