फतेहपुर : अलबेंडाजोल खाने के बाद जुड़वां बच्चियों की मौत
फतेहपुर : फतेहपुर में कृमिनाशक दवा अलबेंडाजोल खाने के बाद उल्टी-दस्त से पांच वर्षीय दो जुड़वां बहनों की मौत हो गई। घटना से जिले में सनसनी फैल गई। दवा खा चुके कई बच्चों के अभिभावक दहशत में उन्हें अस्पताल लेकर पहुंच गए। हालांकि मुख्य चिकित्साधिकारी बच्चियों के पांच वर्ष से कम होने की वजह से उन्हें दवा न दिए जाने की बात कह रहे हैं।
शुक्रवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से जिले में करीब 6.50 लाख बच्चों को कृमिनाशक दवा (अलबेंडाजोल) खिलाई गई थी। कल्ला सिंह सरस्वती बाल मंदिर स्कूल में पढ़ने वाली खजुहा ब्लाक के मडरांव गांव के सुधीर पाल की करीब पांच वर्षीय जुड़वां बेटियों सृष्टि व श्रेया को भी अलबेंडाजोल दवा दी गई। बच्चियों की मां आरती ने बताया कि बेटियां जब स्कूल से लौटीं तो उनकी हालत बिगड़ने लगी। घबराहट, उल्टी-दस्त शुरू हो गए। गांव से ही दवा मंगाकर दी पर आराम नहीं मिला। शुक्रवार देर रात श्रेया की मौत हो गई।
शनिवार सुबह दूसरी बेटी सृष्टि को जिला अस्पताल लाए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिजन ने बिना पोस्टमार्टम कराए दोनों बच्चियों का अंतिम संस्कार कर दिया। इस बीच जानकारी पर स्वास्थ्य टीम ने गांव पहुंचकर पड़ताल की।
शाम को सीएमओ डॉ. एके अग्रवाल और एसडीएम सुशील कुमार भी जांच के लिए पहुंचे। वहां सीएमओ ने बच्चियों की मां से बातचीत के बाद दावा किया कि बच्चियों को दवा ही नहीं दी गई थी, क्योंकि वह पांच वर्ष से कम उम्र की थीं। वैसे भी अलबेंडाजोल सुरक्षित दवा है, इससे किसी की जान नहीं जा सकती है।