एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़े

अटेवा अयोध्या अवकाश आंगनबाड़ी आंदोलन इलाहाबाद उत्तर प्रदेश उन्नयन उन्नाव उपस्थिति एनपीएस कन्वर्जन कास्ट कस्तूरबा कानपुर कार्यवाही कुशीनगर क्रीड़ा प्रतियोगिता गाजीपुर गोण्डा गोरखपुर चंदौली चुनाव जनपदवार खबरें जनपदीय रैली जर्जर भवन जीपीएफ जूनियर शिक्षक संघ जौनपुर ज्ञापन झांसी डायट देवरिया देहरादून नई दिल्ली नवोदय विद्यालय निपुण बैठक निरीक्षण निलम्बन नोटिस पदोन्नति परीक्षा कार्यक्रम पीलीभीत प्रतापगढ़ प्रदर्शन प्रयागराज प्रशिक्षण प्राथमिक शिक्षक संघ फर्जीवाड़ा बस्ती बायोमीट्रिक हाजिरी बेसिक क्रीड़ा प्रतियोगिता महराजगंज माता उन्मुखीकरण लखनऊ वाराणसी शाहजहांपुर शिक्षा विभाग संतकबीरनगर सिद्धार्थनगर

Search Your City

सिद्धार्थनगर : पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर गरजे शिक्षक व कर्मचारी

0 comments

पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर गरजे शिक्षक व कर्मचारी


28 से 30 अगस्त तक होगा कार्य वहिष्कार...

सिद्धार्थनगर : कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के बैनर तले गुरुवार को जनपद के शिक्षक व कर्मचारी पुरानी पेंशन की मांग को लेकर खूब गरजे। सरकार द्वारा निर्णय न लेने पर 28 अगस्त से तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार का ऐलान कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा।

 

प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर बीएसए कार्यालय से सटे प्रांगण में मंच व उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राधेरमण त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित धरने में शिक्षकों, कर्मचारियों व सफाईकर्मियों की खूब भीड़ जुटी। धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए सभी शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारी संगठनों का एक मंच के नीचे आना शुभ संकेत है। अब हम पुरानी पेंशन लेकर रहेंगे। कहा कि शासकीय कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के बाद जीवन का एक मात्र सहारा पेंशन है। सरकार द्वारा दी गई नई अंशदायी पेंशन योजना एक छलावा है। सरकार को पुरानी पेंशन देना ही होगा। कहा कि हम सभी शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारियों की एकता से सरकार पुरानी पेंशन देने के लिए विवश हो जाएगी। प्राशिसं के जिला मंत्री योगेंद्र प्रसाद पांडेय ने कहा कि यदि आज के धरना-प्रदर्शन से केंद्र व राज्य की सरकार नहीं चेती तो 28, 29 व 30 अगस्त को सभी शिक्षक व कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य बहिष्कार करेंगे। लेखपाल संघ के जिला कोषाध्यक्ष सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि यदि हम सभी एक होकर संघर्ष नहीं किए तो सरकार जिनको पुरानी पेंशन मिल रही है, वह भी छीन लेगी। संचालन कर रहे मंच के संयोजक अनिल ¨सह ने कहा कि विधायक व सांसद शपथ ग्रहण के साथ ही पेंशन के हकदार हो जाते हैं तो शासकीय कर्मचारियों को इतनी लम्बी सेवा के बाद पेंशन से वंचित क्यों किया जा रहा है। कहा कि केंद्र व सूबे की सरकार को प्रदेश के बारह लाख शिक्षक व कर्मचारियों के दर्द को महसूस करना चाहिए व पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा करनी चाहिए। धरने को सुजीत कुमार जायसवाल, आशुतोष मिश्र, राम बेलास यादव, अरुणेंद्र प्रसाद त्रिपाठी,वीपी त्रिपाठी, वीरेंद्र प्रताप ¨सह, राम समुझ, परमात्मा यादव, रूपेश ¨सह, ओंकार मिश्रा आदि ने सम्बोधित किया। धरने को समर्थन देने जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारी भी पहुंचें। अपराह्न 2 बजे धरनारत शिक्षक व कर्मचारी जुलूस की शक्ल में पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचें और पुरानी पेंशन की बहाली के संबंध में एक सूत्रीय मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। यहां सांसद जगदम्बिका पाल भी पहुंचें और उपस्थित शिक्षक व कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि वे उनकी आवाज संसद में उठायेंगे। धरने में कृष्णभूषण द्विवेदी, राजेश मिश्र, रामप्रकाश मिश्र, अभय श्रीवास्तव, गणेश त्रिपाठी, इंद्रसेन ¨सह,कृपाशंकर पांडेय, हरिशंकर ¨सह, सुधाकर मिश्र, पशुपति दूबे, जेपी शुक्ला, सुभाष जायसवाल, नीतू त्रिपाठी, नुसरत मिर्जा, शशिकला ¨सह, मनोरमा, संगीता, बबीता, दिनेश मिश्र, शैलेंद्र मिश्र, रितु ¨सह, मीनाक्षी, ममता जायसवाल आदि मौजूद रहे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।