एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें लखनऊ महराजगंज इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश सिद्धार्थनगर फतेहपुर गोण्डा कुशीनगर बदायूं सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस श्रावस्ती सहारनपुर बहराइच मुरादाबाद कानपुर जौनपुर अमरोहा लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर शाहजहांपुर बागपत बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना बुलंदशहर देवीपाटन फरीदाबाद

Search Your City

बलरामपुर : ऐसे तो अंग्रेजी में दक्ष होने से रहे नौनिहाल

0 comments

ऐसे तो अंग्रेजी में दक्ष होने से रहे नौनिहाल

बलरामपुर : भले ही नीति आयोग जिले के शैक्षिक पिछड़ेपन का कलंक मिटाने के लिए गंभीर हो लेकिन, शिक्षकों की कमी उसकी मंशा पर पानी फेर रही है। जिले के प्राथमिक विद्यालयों के नौनिहालों को अंग्रेजी में दक्ष बनाने के लिए चालू शिक्षा सत्र में 41 स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम शिक्षा के लिए चयनित किया गया है। अगस्त बीतने में दस दिन शेष हैं लेकिन, अब तक बच्चों को किताबें तक नसीब नहीं हो सकी हैं। वहीं नगर क्षेत्र में पांच इंग्लिश मीडियम मॉडल स्कूलों में अंग्रेजी शिक्षक की तैनाती नहीं की गई। ऐसे में परिषदीय स्कूलों के नौनिहालों को कान्वेंट की तर्ज पर अंग्रेजी में ककहरा सिखाने की योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। बीएसए हरिहर प्रसाद का कहना है कि शासन से पुस्तकें मिलते ही उपलब्ध करा दी जाएंगी। अंग्रेजी शिक्षकों की तैनाती के लिए ब्योरा तलब किया जा रहा है।

पुराने ढर्रे पर दी जा रही तालीम :

- अब तक जिले के सभी नौ ब्लॉकों में एक-एक विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम शिक्षा की व्यवस्था थी। नवीन सत्र में 50 स्कूलों में नौनिहालों को अंग्रेजी में तालीम दी जानी है। मॉडल स्कूल के रूप में विकसित होने वाले इन स्कूलों में'हमारा पर्यावरण'व विज्ञान की पुस्तक'परख'अंग्रेजी अनुवाद में मिलनी है। साथ ही अंग्रेजी के शिक्षक की तैनाती व टीएलएम उपलब्ध कराना है। जबकि अगस्त बीतने को है लेकिन, अंग्रेजी माध्यम की किताबें नहीं आई। ऐसे में बच्चों को पुराने ढर्रे पर तालीम दी जा रही है। सूत्रों की मानें तो अधिकांश स्कूलों में संसाधनों व शिक्षकों की जांच किए बिना ही मॉडल स्कूल के रूप में चयनित कर लिया गया। जबकि नवाचार के जरिए उत्कृष्ट शिक्षा देने वाले स्कूलों को इससे वंचित कर दिया गया।

यहां नहीं हैं अंग्रेजी शिक्षक : - नवीन सत्र में नगर क्षेत्र के कन्या प्रावि पूरबटोला, चिकनी, अचलापुर, कंपोजिट व प्रावि प्राचीन उतरौला को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया गया है। जबकि इन स्कूलों में अंग्रेजी के शिक्षक की तैनाती ही नहीं है। प्राथमिक विद्यालय अचलापुर एकल शिक्षक के सहारे संचालित है। कमोवेश यही हाल अन्य स्कूलों का भी है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।