पांच महीने बीत गए, नहीं मिलीं बच्चों को पाठ्य पुस्तकें
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : परिषदीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को शिक्षा सत्र शुरू होने के पांच महीने बाद भी पाठ्य पुस्तकें नहीं मिलने से बच्चे व अभिभावक दोनों परेशान हैं। किताबें बाजार में मिलती नहीं तो कैसे पढ़ेंगे बच्चे, यह उनके समझ में नहीं आ रहा है। अभिभावकों का कहना है कि लगता है बिना पढ़े ही इस बार बच्चे परीक्षा देंगे। अध्यापक पुरानी किताबों से ही काम चला रहे हैं। कुछ जगहों पर कक्षा आठ के बच्चों को कुछ नई किताबें मिली हैं, जिनके पाठ्यक्रम में पहले के पाठ्यक्रम से बदलाव है। इसलिए नई व पुरानी किताबों को लेकर बच्चे असमंजस में हैं। नियमानुसार अप्रैल महीने में ही बच्चों को नई पाठ्य पुस्तकें मिल जानी चाहिए ¨कतु अगस्त बीतने को है, अभी तक किताबें नहीं मिलीं।
शीघ्र उपलब्ध होने की उम्मीद : खंड शिक्षा अधिकारी
इस संदर्भ में खंड शिक्षा अधिकारी बैरिया / मुरलीछपरा हेमंत कुमार मिश्र से पूछने पर उन्होंने बताया कि कुछ विषयों की पुस्तकें आई हैं जिनका वितरण कराया जा रहा है, शेष पुस्तकें जल्द ही उपलब्ध होने की उम्मीद है। इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शासन में लिखा-पढ़ी की है ।