गोरखपुर : बदलते वक्त के साथ मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे दूसरों से पीछे न रह जाए, इसलिए मदरसों में भी स्मार्ट क्लास चलाने की तैयारी शुरू हो गई
जासं, गोरखपुर : बदलते वक्त के साथ मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे दूसरों से पीछे न रह जाए, इसलिए मदरसों में भी स्मार्ट क्लास चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के तहत प्रदेश के 48 जिलों के चुनिंदा मदरसों में स्मार्ट क्लासेज चलाई जाएगी। इसके लिए अलग से शिक्षक और जरूरी उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। 1दरअसल, केंद्र व प्रदेश सरकार ने मदरसों की बेपटरी शिक्षा को र्ढे पर लाने का इरादा किया है। मदरसा और शिक्षकों का डाटा ऑनलाइन करने, विद्यार्थियों को बेहतर किताबें उपलब्ध कराने आदि के निर्णयों के बाद अब इंग्लिश मीडियम की तर्ज पर स्मार्ट क्लास की पहल की जा रही है। सरकार का यह मानना है कि दीनी तालीम के साथ-साथ बच्चों को आज के दौर की आधुनिक तालीम भी बेहद जरूरी है, ताकि यहां से शिक्षा लेने के बाद उनके लिए आगे की राह आसान हो सके। स्मार्ट क्लास चलाने के लिए सरकार द्वारा प्रस्ताव मांगा गया है। इस बाबत इच्छुक मदरसों को जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में प्रस्ताव के प्रारूप के साथ आवेदन करना होगा। अनुदानित के अलावा गैर अनुदानित मदरसे भी आवेदन कर सकते हैं। यह योजना प्रदेश के 48 अल्पसंख्यक बाहुल्य जिलों में लागू होगी। गोरखपुर-बस्ती मंडल में महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर और बस्ती शामिल है।जासं, गोरखपुर : बदलते वक्त के साथ मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे दूसरों से पीछे न रह जाए, इसलिए मदरसों में भी स्मार्ट क्लास चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के तहत प्रदेश के 48 जिलों के चुनिंदा मदरसों में स्मार्ट क्लासेज चलाई जाएगी। इसके लिए अलग से शिक्षक और जरूरी उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। 1दरअसल, केंद्र व प्रदेश सरकार ने मदरसों की बेपटरी शिक्षा को र्ढे पर लाने का इरादा किया है। मदरसा और शिक्षकों का डाटा ऑनलाइन करने, विद्यार्थियों को बेहतर किताबें उपलब्ध कराने आदि के निर्णयों के बाद अब इंग्लिश मीडियम की तर्ज पर स्मार्ट क्लास की पहल की जा रही है। सरकार का यह मानना है कि दीनी तालीम के साथ-साथ बच्चों को आज के दौर की आधुनिक तालीम भी बेहद जरूरी है, ताकि यहां से शिक्षा लेने के बाद उनके लिए आगे की राह आसान हो सके। स्मार्ट क्लास चलाने के लिए सरकार द्वारा प्रस्ताव मांगा गया है। इस बाबत इच्छुक मदरसों को जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में प्रस्ताव के प्रारूप के साथ आवेदन करना होगा। अनुदानित के अलावा गैर अनुदानित मदरसे भी आवेदन कर सकते हैं। यह योजना प्रदेश के 48 अल्पसंख्यक बाहुल्य जिलों में लागू होगी। गोरखपुर-बस्ती मंडल में महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर और बस्ती शामिल है।मदरसों में पहले से आधुनिक तालीम देने पर जोर है। आधुनिक विषयों की पढ़ाई हो रही है। अब स्मार्ट क्लासेज चलने से बच्चों की बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। हालांकि गोरखपुर के बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल सकेगा। 1संजय कुमार मिश्र, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी