इलाहाबाद : स्क्रीनिंग परीक्षा के अंकों का लाभ मिलने पर असमंजस
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : सीधी भर्ती से विभिन्न विभागों में होने वाले चयन की प्रक्रिया में स्क्रीनिंग परीक्षा के भी अंक जोड़ने का नियम पहले से प्रस्तावित परीक्षाओं पर लागू होगा या नहीं, इसको लेकर असमंजस है। उप्र लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से पिछले दिनों लिए गए इस अहम निर्णय पर शासन की मंजूरी मिलने के बाद नियमावली में संशोधन होना है। लेकिन, अगले दो माह में प्रस्तावित स्क्रीनिंग परीक्षाओं के अभ्यर्थी इस नए नियम से मिलने वाले लाभ को लेकर संशय में हैं।
सीधी भर्ती के जिन विज्ञापनों में पदों के सापेक्ष आवेदन काफी अधिक संख्या में आते हैं उनकी यूपीपीएससी स्क्रीनिंग परीक्षा कराता है। जिससे साक्षात्कार के लिए योग्य अभ्यर्थी ही बचते हैं और फिर एक पद के सापेक्ष तीन गुना अभ्यर्थियों को बुलाकर उनका साक्षात्कार लिया जाता है। ऐसी स्थिति में स्क्रीनिंग परीक्षा में मिले अंक भी मेरिट में जुड़ने का अभी तक प्रावधान नहीं है। लेकिन, पिछले दिनों यूपीपीएससी ने स्क्रीनिंग परीक्षा में भी मिले अंकों को मेरिट में जोड़ने का निर्णय लेते हुए मंजूरी के लिए शासन को प्रेषित किया है। इस प्रस्ताव पर अभी शासन की मुहर तो नहीं लग सकी है लेकिन, नवंबर 2018 तक प्रस्तावित तीन भर्तियों में स्क्रीनिंग परीक्षा पर इसका असर पड़ने की बात अभी अधर में है।
यूपीपीएससी का कहना है कि प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया है। मंजूरी मिलने के बाद नियमावली में संशोधन होना है।